Surya grahan timing: कन्या राशि में लग रहा है सूर्य ग्रहण, जानें ग्रहण का स्पर्श, मोक्ष काल और सूतक काल
- साल का आखिरी और अंतिम सूर्य ग्रहण कन्या राशि में लग रहा है। आपको बता दें कि सूर्य अभी कन्या राशि में गोचर कर रहे हैं। यहां हम आपको बताएंगे ग्रहण का स्पर्श और मोक्ष काल
साल का आखिरी और अंतिम सूर्य ग्रहण कन्या राशि में लग रहा है। आपको बता दें कि सूर्य अभी कन्या राशि में गोचर कर रहे हैं। दरअसल ग्रहण के समय सूर्य जिस राशि में होते हैं, उस राशि में ग्रहण लग रहा है।इस समय सूर्य कन्या राशि में है, इसलिए ग्रहण कन्या राशि में लग रहा है। आपको बता दें कि यह ग्रहण वलयाकार ग्रहण है। यहां हम आपको बताएंगे ग्रहण का स्पर्श और मोक्ष काल के बारे में
ग्रहण का सूतक काल
ज्योतिर्विद दिवाकर त्रिपाठी के अनुसार ग्रहण के स्पर्श काल से पहले ग्रहण का सूतक काल लगता है। चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे और सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे का होता है। इस सूतक काल में पूजा आदि कईकार्य नहीं किए जाते हैं, मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं। इस ग्रहण का सूतक काल नहीं माना जा रहा है, क्योंकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं दे रहा है। ग्रहण के मोक्ष काल के बाद मंदिरों में साफ-सफाई और स्नान के बाद पूजा पाठ शुरू किए जाते हैं।
क्या है ग्रहण का स्पर्श और मोक्ष काल
ग्रहण की शुरुआत को ही ग्रहण का स्पर्श कहते हैं। वहीं, ग्रहण के मध्यम समय को ग्रहण का मध्य और ग्रहण समाप्त होने की अवधि को ग्रहण का मोक्ष कहते हैं। यह ग्रहण भारत में नहीं है, लेकिन जहां भी दिखेगा, वहां ग्रहण का स्पर्श, मध्यम और मोक्ष काल होता है। भारतीय समय के अनुसार सूर्य ग्रहण रात 9.13 बजे शुरू होगा और रात में खत्म होगा। इस प्रकार ग्रहण का स्पर्श काल 9.13 बजे होगा और मोक्ष काल 3.17 बजे होगा। ग्रहण, अर्जेंटिना, अमेरिका, ब्राजिल, मेक्सिको, न्यूजीलेंड, पेरू, सहित कई देशों में दिखाई देगा।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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