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पितृपक्ष में सूर्यग्रहण और चंद्र ग्रहण दोनों, तर्पण, श्राद्ध कर्म करने में कोई दोष नहीं

इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर में लगने जा रहा है। पितृपक्ष के दोनों ग्रहण चंद्र ग्रहण और अमावस्या पर सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देंगे, इसलिए इन दोनों ही ग्रहण का कोई भी प्रभाव भारत में होगा।

Anuradha Pandey लाइव हिन्दुस्तानWed, 11 Sep 2024 04:50 AM
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इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर में लगने जा रहा है। पितृपक्ष के दोनों ग्रहण चंद्र ग्रहण और अमावस्या पर सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देंगे, इसलिए इन दोनों ही ग्रहण का कोई भी प्रभाव भारत में होगा। इस बार 18 सितंबर को साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगने के साथ ही उसी दिन पितृपक्ष की शुरुआत भी हो जाएगी। आपको बता दें कि इस बार का चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। यह आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। इन दोनों ग्रहण का सूतक मान्य नहीं होगा। ऐसे में पितृपक्ष की प्रतिपदा और अमावस्या तिथि दोनों पर ही पितृ कर्म करना फलदायी होगा। इसमें किसी प्रकार का दोष मान्य नहीं होगा। 

पितृपक्ष और तर्पण कैसे होंगे

जैसा कि ऊपर बताया है पितृपक्ष में तर्पण आदि अपने समय अनुसार होंगे। इनमें किसी भी तरह का कोई परिवर्तन नहीं है। आपको बता दें कि पितृपक्ष अश्विन मास का 15 दिन का विशेष पक्ष हैं, जिसमें हमारे पितृ पृथ्वी पर आते हैं। इस दौरान उनका उनकी नियत तिथि पर श्राद्ध और तर्पण करना चाहिए। ऐसा करने से पितृ तृप्त हो जाते हैं और अपने परिवार को आशीर्वाद देकर जाते हैं। ग्रहण पड़ने पर श्राद्ध कर्म में किसी तरह का परिवर्तन नहीं है, क्योंकि यह भारत में दिखाई नहीं दे रहा है।

अमावस्या पर सूर्य ग्रहण

इस साल दूसरा सूर्य ग्रहण अमावस्या पर लग रहा है। अमावस्या पितृपक्ष की वह तिथि है जब पितरों को विदाई दी जाती है और सभी भूले बिसरे पितरों का श्राद्ध किया जाता है। यह भी अपने विधि से ही होगा, इसमें भी सूतक काल का कोई प्रबाव नहीं होगा। ज्योतिषाचार्य आचार्य अशोक पांडे ने बताया कि हिंदू कैलेंडर के मुताबिक साल का यह दूसरा सूर्य ग्रहण वलयाकार होगा जिसे रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है। साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को पड़ रहा है। इस दिन हिंदू कैलेंडर में अश्विन मास की अमावस्था तिथि है। भारतीय समयानुसार यह ग्रहण रात 9 बजकर 13 मिनट पर शुरू होगा और तड़के 3 बजकर 17 मिनट पर पूरा होगा। यानी यह वलयाकार सूर्य ग्रहण करीब 6 घंटे 4 मिनट चलेगा।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

 

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