Hindi Newsधर्म न्यूज़Vat Savitri vrat 2022: This time the special coincidence of Vat Savitri fast and Somvati Amavasya the last Somvati Amavasya of 2022 - Astrology in Hindi

Vat Savitri vrat 2022: इस बार वटसावित्री व्रत और सोमवती अमावस्या का खास संयोग, 2022 की आखिरी सोमवती अमावस्या

इस बार वट सावित्री व्रत और सोमवती अमावस्या का खास संयोग बन रहा है। वट सावित्री व्रत पर जहां महिलाएं करवा चौथ की तरह पति की लंबी उम्र के लिए व्रत और पूजा करती हैं, वहीं सोमवती अमावस्या पर स्नान, दान, प

Anuradha Pandey लाइव हिन्दुस्तान टीम, नई दिल्लीThu, 12 May 2022 07:14 AM
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इस बार वट सावित्री व्रत और सोमवती अमावस्या का खास संयोग बन रहा है। वट सावित्री व्रत पर जहां महिलाएं करवा चौथ की तरह पति की लंबी उम्र के लिए व्रत और पूजा करती हैं, वहीं सोमवती अमावस्या पर स्नान, दान, पितरों की पूजा और धन प्राप्ति के खास उपाय किए जाते हैं। इस बार वट सावित्री व्रत 30 मई को है। वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि से अमावस्या तक उत्तर भारत में और ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष में इन्हीं तिथियों में वट सावित्री व्रत दक्षिण भारत में मनाया जाता है ।इस बार की सोमवती अमावस्या 2022 की आखिरी सोमवती अमावस्या है। इसके बाद सोमवती अमावस्या अगले साल होगी।

वट सावित्री व्रत को उत्तर भारत के उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, दिल्ली और हरियाणा समेत कई जगहों पर मनाया जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाए बरगद के पेड़ की पूजा करती है। ऐसी मान्यता है कि जितनी उम्र बरगद के पेड़ की होती है, सुहागिनें भी बरगद के पेड़ की उम्र के बराबर अपने पति की उम्र मांगती हैं। हिंदू धर्म में बरगद का वृक्ष पूजनीय माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, इस वृक्ष में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। इस वृक्ष की पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।इसके अलावा इस दिन जल से वटवृक्ष को सींचकर उसके तने के चारों ओर कच्चा धागा लपेटकर तीन बार परिक्रमा करें।
 

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