Hindi Newsधर्म न्यूज़Utpanna Ekadashi Vrat 2022: Date of Utpanna Ekadashi know why the fast should not be observed during Hari Vasar

Utpanna Ekadashi Vrat 2022: उत्पन्ना एकादशी की ये है सही तारीख, जानें हरि वासर के दौरान क्यों नहीं करना चाहिए व्रत का पारण

Utpanna Ekadashi 2022 Importance: एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित मानी गई है। मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से जातक को पापों से मु्क्ति मिलती है। जानें उत्पन्ना एकादशी कब है-

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 18 Nov 2022 10:16 AM
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Utpanna Ekadashi 2022 Date and Shubh Muhurat: हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को उत्पन्ना एकादशी कहा जाता है। यूं तो हर माह दो एकादशी तिथियां आती हैं, लेकिन उत्पन्ना एकादशी का खास महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की पूजा का विधान है। इस साल उत्पन्ना एकादशी व्रत 20 नवंबर 2022 को रखा जाएगा। 

उत्पन्ना एकादशी 2022 शुभ मुहूर्त-

एकादशी तिथि 19 नवंबर को सुबह 10 बजकर 29 मिनट से प्रारंभ होगी, जो कि 20 नवंबर को सुबह 10 बजकर 41 मिनट पर समाप्त होगी।

उत्पन्ना एकादशी व्रत पारण का शुभ समय-

उत्पन्ना एकादशी व्रत का पारण 21 नवंबर 2022 को किया जाएगा। व्रत पारण का शुभ समय सुबह 06 बजकर 48 मिनट से सुबह 08 बजकर 56 मिनट तक है। पारण तिथि के दिन द्वादशी तिथि समाप्त होने का समय सुबह 10 बजकर 07 मिनट है।

हरि वासर के समय न करें एकादशी व्रत पारण-

एकादशी व्रत का पारण हरि वासर के दौरान नहीं करना चाहिए। जो भक्त एकादशी व्रत रखते हैं उन्हें व्रत पारण के लिए हरि वासर समाप्त होने का इंतजार करना चाहिए। हरि वासर द्वादशी तिथि की पहली एक चौथाई अवधि है। एकादशी व्रत को खोलने के लिए सुबह का समय उत्तम माना गया है। अगर सुबह व्रत नहीं खोल सके हैं तो मध्याह्न के बाद करना चाहिए।

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