आज है वट पूर्णिमा व्रत और रात में लगेगा चंद्र ग्रहण, ये है पूजा का सही समय
आज वट पूर्णिमा व्रत है। यह व्रत महिलाएं अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। यह व्रत वट सावित्री व्रत की तरह ही होता है। वट सावित्री व्रत जहां ज्येष्ठ माह की अमावस्या के दिन मनाया जाता है,...
आज वट पूर्णिमा व्रत है। यह व्रत महिलाएं अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। यह व्रत वट सावित्री व्रत की तरह ही होता है। वट सावित्री व्रत जहां ज्येष्ठ माह की अमावस्या के दिन मनाया जाता है, वहीं वट पूर्णिमा व्रत ज्येष्ठ माह की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। विवाहित महिलाएं इस दिन अपने सुहाग के दीर्घायु होने के लिए व्रत-उपासना करती हैं। इस दिन लोग पूर्णिमा की व्रत भी रखते है, जिसमें भगवान विष्णु की उपासना करते हैं।
आज वट पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लग रहा है। हालांकि चंद्र ग्रहण रात में लगेगा, इसलिए पूर्णिमा की पूजा शाम से पहले कर लेना श्रेष्ठ रहेगा। दरअसल ज्योतिषियों की मानें तो चंद्र ग्रहण के 9 घंटे पहले सूतक लग जाते हैं। इसलिए इस समय पूजा करना वर्जित होता है। लेकिन आज पूर्णिमा के दिन लगने वाला ग्रहण आंशिक उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा, इसलिए ज्योतिषियों की मानें तो इस ग्रहण का भारत में प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसलिए पूर्णिमा की पूजा शाम तक करना ही श्रेष्ठ रहेगा। वट पूर्णिमा व्रत की विधि भी वट सावित्री व्रत की तरह ही है। इस दिन महिलाएं तैयार होकर बड़ के पेड़ की पूजा करती हैं, कथा सुनती हैं।
ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत शुभ मुहूर्त-
वट सावित्री पूर्णिमा शुक्रवार,5 जून
पूर्णिमा तिथि शुरु - जून 5,2020 को 03:17:47 बजे
पूर्णिमा तिथि समाप्त - जून 6,2020 को 24:44 बजे