Hindi Newsधर्म न्यूज़Today Budhaditya Yoga is forming the conjunction of Mercury Sun on Krishna Janmashtami the moon will rise at 1144 pm - Astrology in Hindi

आज कृष्ण जन्माष्टमी पर बुध-सूर्य की युति बना रहा बुधादित्य योग, चंद्रमा रात 11:44 बजे होंगे उदय

Janmashtami Budhaditya Yoga: भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की विधिवत पूजा की जाती है। जानें इस दिन से जुड़ी खास बातें-

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 19 Aug 2022 06:04 AM
share Share

जन्माष्टमी को लेकर मंदिरों में भव्य सजावट की गई है। देसी-विदेशी फूलों और रंग-बिरंगी रोशनी से मंदिरों की छटा देखते ही बन रही है। पूरी दिल्ली भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में डूबी नजर आ रही है। कोरोना के चलते दो साल बाद राजधानी में ऐसी रौनक देखने को मिल रही है। शुक्रवार को मंदिरों में जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जाएगी।

इस दौरान भगवान कृष्ण को 2100 प्रकार के व्यंजनों से भोग लगाने की तैयारी है। साथ ही नदियों के पवित्र जल से उनका महाभिषेक किया जाएगा। मंदिरों में संभावित भीड़ को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

जन्माष्टमी पर बना रहा बुधादित्य योग-

श्री कृष्ण जन्माष्टमी 19 अगस्त को उच्च राशि के चंद्रमा में मनाई जाएगी। साथ ही, इस वर्ष श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर सूर्य और बुध साथ-साथ रहेंगे। बुधादित्य योग बनेगा। 19 अगस्त को मथुरा में चंद्रमा रात 11:44 बजे उदय होगा। द्वापर युग में मथुरा पुरी में भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को मध्य रात्रि में 12:00 बजे निशीथ बेला में वृषभ लग्न में उच्च राशि के चंद्रमा में श्री कृष्ण ने जन्म लिया था।

●श्री गणपति एवं नवग्रह स्थापना-पूजन - रात्रि 11:00 बजे से

●सहस्त्रत्तर्चन (कमल पुष्प एवं तुलसीदल से) - रात्रि 11:55 बजे तक

●प्राकट्य दर्शन के लिए पट बंद - रात्रि 11:59 बजे

●प्राकट्य दर्शन/आरती रात्रि 12:00 बजे से 12:05 बजे तक

●पयोधर महाअभिषेक(कामधेनु) - रात्रि 12:05 बजे से 12:20बजे तक

●रजत कमल पुष्प में विराजमान ठाकुरजी का जन्म-महाभिषेक - रात्रि 12:20 बजे से 12:40बजे तक

●शृंगार आरती - रात्रि 12:40 बजे से 12:50 बजे तक

●शयन आरती - रात्रि 1:25 बजे से 1:30 बजे तक

जन्मस्थान पर क्या खास

●‘सारंग शोभा’ पुष्प-बंगले में विराजेंगे ठाकुरजी

●‘मोर्छलासन’ में विराजमान हो अभिषेक स्थल पर पधारेंगे

●रजत-कमल पुष्प में होगा ठाकुरजी का प्राकट्य एवं अभिषेक

●आयोजन में उपस्थित रहेंगे महंत नृत्यगोपालदास महाराज, रात्रि 1:30 बजे तक जन्मस्थान के खुले रहेंगे

अगला लेखऐप पर पढ़ें