Hindi Newsधर्म न्यूज़Surya Grahan 2023: The last solar eclipse of the year on October 14 know Sutak time and effect on zodiac signs

Surya Grahan: अक्टूबर में इस दिन लगेगा साल का आखिरी सूर्यग्रहण, जानें टाइमिंग, सूतक काल, कहां दिखेगा व सबकुछ

Surya Grahan 2023 Kab Lagega: साल का आखिरी सूर्यग्रहण 14 अक्टूबर को लगने जा रहा है। जानें इस ग्रहण से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बातें-

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 4 Oct 2023 07:57 AM
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Solar Eclipse 2023 Date and Time: साल का दूसरा व आखिरी सूर्यग्रहण 14 अक्टूबर 2023, शनिवार को लगने जा रहा है। इस दिन सर्वपितृ अमावस्या भी है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण की घटना को महत्वपूर्ण खगोलीय घटना मानी गई है। ग्रहण का वैज्ञानिक के साथ धार्मिक महत्व भी है। साल का आखिरी सूर्यग्रहण वलयाकार होगा। ग्रहण को लेकर लोगों के मन में सवाल है कि क्या इस ग्रहण को भारत में देखा जा सकेगा, सूतक काल मान्य होगा या नहीं या फिर कौन-सी राशियां प्रभावित होंगी। आप भी जानें साल के दूसरे सूर्यग्रहण से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बातें-

साल के दूसरे सूर्यग्रहण की टाइमिंग: साल का दूसरा सूर्यग्रहण 14 अक्टूबर को रात 08 बजकर 34 मिनट पर प्रारंभ होगा और रात 02 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगा। साल का आखिरी सूर्यग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए भारत में सूतक काल मान्य नहीं होगा।

किस राशि में लगेगा सूर्यग्रहण: साल का दूसरा व आखिरी सूर्यग्रहण कन्या राशि और चित्रा नक्षत्र में लगेगा। ग्रहण काल में कुछ राशियों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। ग्रहण की अवधि में मेष, कर्क, तुला और मकर राशि वालों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

सूतक काल मान्य होगा या नहीं: सूर्यग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले लग जाता है। सूतक काल में पूजा-पाठ की मनाही होती है। इसलिए इस अवधि में मंदिर के कपाटों को बंद कर दिया जाता है। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। इसलिए भारत में सूतक काल मान्य नहीं होगा।

सूर्यग्रहण भारत में दिखेगा या नहीं: साल का दूसरा सूर्यग्रहण उत्तरी अमेरिका, कनाडा, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, ग्वाटेमाला, मैक्सिको, अर्जेटीना, कोलंबिया, क्यूबा, पेरु, उरुग्वे, एंटीगुआ, जमैका, हैती, पराग्वे, ब्राजील, डोमिनिका, बहामास, बारबाडोस आदि स्थानों पर दिखाई देगा।

साल का दूसरा सूर्यग्रहण कैसा होगा:  चंद्रमा जब सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है तो इस घटना को सूर्य ग्रहण कहते हैं। साल का दूसरा व आखिरी सूर्यग्रहण वलयाकार या कंकणाकृति सूर्यग्रहण होगा। इसमें चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढक पाता है और धरती से देखने पर सूर्य का बाहरी हिस्सा किसी कंगन की तरह चमकता हुई दिखाई पड़ता है।

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