Surya Grahan 2022 Time: जानें दिल्ली, मुंबई व पटना समेत अपने शहर में सूर्य ग्रहण टाइमिंग, जानें किस खास वजह से लगता है सूर्य ग्रहण
Surya Grahan 2022 Time: साल का दूसरा व आखिरी सूर्य ग्रहण देश के कुछ हिस्सों में आंशिक रूप से देखा जा सकेगा। जानें आपके शहर में सूर्य ग्रहण की क्या है टाइमिंग व अन्य खास बातें-
Surya Grahan 2022 Citywise Timing: साल 2022 का आखिरी व दूसरा सूर्यग्रहण 25 अक्टूबर 2022, मंगलवार को लगेगा। यह खंडग्रास सूर्यग्रहण होगा। यह सूर्यग्रहण देश के कुछ हिस्सों में नजर आएगा।
अमावस्या तिथि में लगेगा सूर्यग्रहण-
कार्तिक मास की अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर शाम 05 बजकर 27 मिनट से प्रारंभ होगी, जो कि 25 अक्टूबर को शाम 04 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगी। सूतक काल का प्रारंभ 25 अक्टूबर को सुबह 03 बजकर 17 मिनट से होगा और समापन 25 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 42 मिनट पर होगा।
सूर्यग्रहण कब से कब तक रहेगा-
सूर्यग्रहण 25 अक्टूबर को शाम 04 बजकर 28 मिनट से शुरू होगा और शाम 05 बजकर 30 मिनट पर समाप्त होगा। सूर्य ग्रहण की कुल अवधि एक घंटा 13 मिनट तक रहेगी।
देश के प्रमुख शहरों में ग्रहण काल की टाइमिंग-
नई दिल्ली- शाम 04:28 बजे से शाम 05:42 बजे तक।
कोलकाता- शाम 04:51 बजे से शाम 05:04 बजे तक।
मुंबई- शाम 04:49 बजे से शाम 06:09 बजे तक।
चेन्नई- शाम 05:13 बजे से शाम 05:45 बजे तक।
पटना- शाम 04:42 बजे से शाम 05:14 बजे तक।
जयपुर- शाम 04:31 बजे से शाम 05:50 बजे तक।
लखनऊ- शाम 04:36 बजे से शाम 05:29 बजे तक।
हैदराबाद- शाम 04:58 बजे से शाम 05:48 बजे तक।
बेंगलूरु-शाम 05:12 बजे से शाम 05:56 बजे तक।
अहमदाबाद- शाम 04:38 बजे से शाम 06:06 बजे तक।
पुणे- शाम 04:51 बजे से शाम 06:06 बजे तक।
नागपुर- शाम 04:49 बजे से शाम 05:42 बजे तक।
भोपाल- शाम 04:42 बजे से शाम 05:47 बजे तक।
चंडीगढ़- शाम 04:23 बजे से शाम 05:41 बजे तक।
मथुरा- शाम 04:31 बजे से शाम 05:41 बजे तक।
ग्रहण काल में इन बातों का रखें ध्यान-
ग्रहण काल में पूजा-पाठ वर्जित होता है। इस अवधि में कोई भी मांगलिक या शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
कैसे लगता है सूर्य ग्रहण?
हमारे सौर मंडल का सूर्य मुख्य ग्रह है। पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है। इसके साथ-साथ पृथ्वी सूर्य के चारों ओर भी चक्कर लगाती है। जबकि चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता है। पूरे साल घटित होने वाले इस चक्र में जब भी चंद्रमा चक्कर काटते-काटते सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, तब सूर्य ग्रहण लगता है। इस दौरान सूर्य आंशिक या पूर्ण रूप से दिखना बंद हो जाता है। खगोल शास्त्रीय के अनुसार, सूर्य ग्रहण पूरी तरह से एक खगोलीय घटना है। जब कोई खगोलीय पिंड पूर्ण या आंशिक रूप से किसी दूसरे पिंड से ढक जाता है, तो ग्रहण की घटना होती है। ग्रहण में चंद्रमा व सूर्य की भूमिका अहम होती है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।