सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर: किन शहरों में कब दिखेगा सूर्य ग्रहण, जानें कब तक रहेगा सूतक काल
दीपावली के ठीक अगले दिन ,भारत और दुनिया के कुछ अन्य स्थानों पर 25 अक्टूबर को आंशिक सूर्य ग्रहण या सूर्य ग्रहण होगा। आइए जानते हैं भारत के किन शहरों में देखने को मिलेगा आंशिक सूर्य ग्रहण।
25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण: 24 अक्टूबर को दीपावली का पर्व मनाया जाएगा जिसके ठीक अगले दिन 25 अक्टूबर को, दुनिया के कुछ हिस्सों में आंशिक सूर्य ग्रहण या सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह यूरोप, मध्य पूर्व, अफ्रीका के उत्तर-पूर्वी हिस्सों, पश्चिमी एशिया, उत्तरी अटलांटिक महासागर और उत्तरी हिंद महासागर को कवर करने वाले क्षेत्र में दिखाई देगा। पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों को छोड़कर, भारत के अधिकांश हिस्सों में आपको सूर्य ग्रहण देखने को मिलेगा।
आंशिक सूर्य ग्रहण के तीन चरण हैं - शुरुआत, अधिकतम बिंदु और अंत। पीटीआई के अनुसार, ग्रहण आइसलैंड में दोपहर लगभग 02:29 बजे शुरू होगा और अरब सागर के ऊपर लगभग 06:32 बजे (IST) समाप्त होगा। यह रूस से अधिकतम शाम 04:30 बजे (IST) देखा जाएगा। भारत में सूर्य ग्रहण शाम 04:29 बजे से दिखाई देगा और शाम 05:42 बजे सूर्यास्त के साथ समाप्त होगा। ग्रहण का अधिकतम समय शाम 05:30 बजे होगा।
भारत के किन शहरों में देखने को मिलेगा सूर्य ग्रहण:
25 अक्टूबर को लगने वाला आंशिक सूर्य ग्रहण भारत में 1 घंटे 45 मिनट तक चलेगा। यह गुजरात के द्वारका में सबसे लंबे समय तक और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में सबसे कम समय के लिए केवल 12 मिनट के लिए दिखाई देगा। कुछ शहरों में एक घंटे से अधिक समय तक सूर्य ग्रहण देखने को मिलेगा। वह शहर हैं- नई दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, सूरत, पुणे, जयपुर, इंदौर, ठाणे, भोपाल, लुधियाना, आगरा, चंडीगढ़, उज्जैन, मथुरा, पोरबंदर, गांधीनगर, सिलवासा, सूरत और पणजी।
हैदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, लखनऊ, कानपुर, नागपुर, विशाखापत्तनम, पटना, मंगलुरु, कोयंबटूर, ऊटी, वाराणसी और तिरुवनंतपुरम जिन राज्यों में ग्रहण एक घंटे से भी कम समय तक दिखाई देगा। हालांकि, आइजोल, डिब्रूगढ़, इंफाल, ईटानगर, कोहिमा, सिलचर और अंडमान और निकोबार द्वीप से ग्रहण दिखाई नहीं देगा।
सूर्य ग्रहण सूतक काल
पंचांग के अनुसार सूतक सुबह 03:16 बजे शुरू होगा और शाम 05:42 बजे समाप्त होगा। आमतौर पर सूर्य ग्रहण से लगभग 12 घंटे पहले से ही सूतक काल शुरू हो जाता है। पंचांग में बच्चों, बूढ़ों और बीमारों के लिए सूतक काल- दोपहर 12:05 बजे से शुरू होकर शाम 05:42 बजे तक। हिंदू परंपराओं के अनुसार सूतक काल को भी अशुभ माना जाता है। चंद्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाती है और पृथ्वी, सूर्य का। लेकिन जब चंद्रमा ,सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है तो इसे ही सूर्य ग्रहण कहते हैं। जिसकी वजह से सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर नहीं आ पाता। ऐसे में जब चंद्रमा सूर्य की थोड़ी सी रोशनी को पृथ्वी पर आने देता गई तो उसे आंशिक सूर्य ग्रहण कहते हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।