Solar Eclipse : लगभग 6 घंटे की लम्बी सूर्य ग्रहण की अवधि के दौरान न करें ये काम
भारत में फिलहाल पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई दे रहा है। ऐसे में धार्मिक मान्यता अनुसार मंदिरों के कपाट कल सूतक काल के लगते ही बंद कर दिए गए थे। वहीं ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ और शुभ कार्य करने की भी मनाही...
भारत में फिलहाल पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई दे रहा है। ऐसे में धार्मिक मान्यता अनुसार मंदिरों के कपाट कल सूतक काल के लगते ही बंद कर दिए गए थे। वहीं ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ और शुभ कार्य करने की भी मनाही की जाती है। भारतीय समयानुसार सुबह करीब 9 बजकर 15 मिनट से दोपहर 3 बजकर 4 मिनट तक है। इस ग्रहण काल की अवधि 5 घंटे 48 मिनट रहने वाली है। भारत के अलग-अलग हिस्सों में उसके आरंभ और समापन का समय अलग-अलग है। ग्रहण की इतनी लंबी अवधि के बाद मन में सवाल उठता है कि ग्रहण के शुभ प्रभावों के लिए क्या करना चाहिए। आइए, जानते हैं-
-वैसे तो ग्रहण के पीछे वैज्ञानिक कारण हैं, लेकिन धार्मिक मान्यताओं में ग्रहण का विशेष महत्व है। ग्रहण काल को अशुभ माना गया है। सूतक की वजह से इस दौरान कोई भी धार्मिक कार्य नहीं किया जाता है।
-इस ग्रहण के दौरान आप शिव चालीसा का पाठ करने के साथ गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं। वहीं, धार्मिक शास्त्रों में ग्रहण के दौरान शारीरिक सम्बधों से दूर रहना चाहिए।
-कोशिश करनी चाहिए कि आप इस अवधि के दौरान कुछ भी खाने-पीने से परहेज करें. वहीं, पानी पीने से भी बचना चाहिए।
-इस दौरान कोई शुभ कार्य, व्यापार आदि में भी पैसे न लगाएं।
-किसी भी तरह के उपहार लेने-देने से बचना चाहिए।
-ग्रहण के बाद सबसे जरूरी है कि पूरे घर में गंगा जल का छिड़काव करें और धूप जलाकर पूरे घर में धुआं करें। सुबह स्नान करने के बाद पूजा करने के बाद खाना बनाकर किसी भूखे व्यक्ति और जानवरों को रोटी खिलाएं। शास्त्रों में ग्रहण के बाद दान का बहुत महत्व है।
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