Solar Eclipse 2020 timing: 1090 वर्ष बाद पड़ रहा है ऐसा सूर्यग्रहण, ज्योतिषि बोले- कोरोना महामारी को समापन की ओर ले जाएगा यह ग्रहण
साल के सबसे बड़े सूर्यग्रहण का शनिवार देर शाम सूतक लग गया। रविवार सुबह 10 बजे से शुरू होने वाला सूर्यग्रहण दोपहर बाद 2.30 पर खत्म होगा। शनिवार रात मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए। ज्योतिषविदों का...
साल के सबसे बड़े सूर्यग्रहण का शनिवार देर शाम सूतक लग गया। रविवार सुबह 10 बजे से शुरू होने वाला सूर्यग्रहण दोपहर बाद 2.30 पर खत्म होगा। शनिवार रात मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए। ज्योतिषविदों का दावा है कि 1090 वर्ष बाद ऐसा सूर्यग्रहण होगा, इसमें कंकणाकृति सूर्यग्रहण मृगशिरा में होगा। पंडित सुधा चरण झा कहते हैं कि भारत में इस ग्रहण को सुबह 10.20 बजे से 2.30 बजे तक देखा जा सकेगा। 10 बजकर 20 मिनट से दो बजकर 2 मिनट के बीच खग्रास स्थिति में सूर्यग्रहण को बिना दूरबीन के नहीं देखा जा सकेगा। दिन में अंधेरा छाया रहेगा। ज्योतिषविद भारत ज्ञान भूषण बताते हैं कि बुध, गुरु, शुक्र, शनि तथा राहु व केतु के वक्री होने के कारण सूर्य स्वयं कर्क में उपस्थित होंगे। वह कहते हैं कि ऐसा ग्रहण 1090 वर्ष बाद पड़ रहा है।
ग्रहण स्पर्श : सुबह 10.20 ’ पूर्ण ग्रहण : दोपहर 12.01 ’ ग्रहण मोक्ष : दोपहर 1.49 ’ सूतक शुरू : शनिवार रात 10.20
इन राशियों के लिए लाभप्रद पंडित श्रवण कुमार झा ने बताया कि सूर्य ग्रहण मृगशिरा नक्षत्र में पड़ेगा। वे कहते हैं कि ग्रहण महामारी को समापन की ओर ले जाएगा। कन्या, मिथुन व मीन राशि के लिए यह लाभप्रद होगा। यह करें पंडितों के मुताबिक ग्रहण के समय स्वाध्याय, भगवत भजन, कीर्तन, स्मरण आदि करें। ग्रहण शुरू होने से पहले स्नान, शुरू होने पर हवन, समाप्त होते समय दान और ग्रहण के बाद फिर से स्नान करके वस्त्राभूषण धारण करें। इस दौरान खाने-पीने, मनोरंजन से परहेज करें।
सूर्यग्रहण : 30 सेकेंड तक रहेगी कंगन की स्थिति, सूतक के साथ बंद हुए मंदिरों के कपाट, शुद्धिकरण के बाद आज खुलेंगे
मेरठ। विज्ञान क्लब की ओर से सूर्यग्रहण के अध्ययन के लिए कई दिनों से कार्यशाला चल रही है। शनिवार को समन्वयक दीपक शर्मा ने बताया कि 21 जून को लगने वाले ग्रहण के समय सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी 15,023,5,882 किमी तथा पृथ्वी व चंद्रमा के बीच 3,91,482 किमी की दूरी होगी। यह दूरियों का संबंध ही इसे कंगन का आकार बनाएगा। अधिकतम कंगन की शक्ल 30 सेकेंड तक रहेगी। यह स्थिति लगभग 900 वर्षों बाद दोहराई जा रही है। पांच जुलाई को फिर चंद्र ग्रहण देखने को मिल रहा है।
मेरठ में 10:21 बजे से सूर्यग्रहण प्रारम्भ होगा और 12:03 बजे पर अधिकतम होगा। साथ ही 1:50 बजे पर समाप्त होगा। इसे प्रगति विज्ञान संस्था के सुशांत सिटी स्थित कार्यालय से दिखाया जाएगा। इसके लिए विशेषज्ञों की टीम तैयार की गई है जो विभिन्न प्रयोग भी करेगी। ज्योतिषाचार्या डॉ. अनुराधा गोयल ने बताया कि आज सूर्यग्रहण का समय सुबह 10:20 बजे से दोपहर एक बजकर 48 मिनट तक रहेगा। 20 जून को सूतक लग जाएगा। सूतक 12 घंटे पहले लगता है। ग्रहण के समय आटा, चावल, चीनी, मसूर की दाल दान करें और ग्रहण के बाद उड़द की दाल का दान करें। इसके अलावा इस सूर्यग्रहण में एक साथ छह ग्रह वक्री होंगे।
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