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Solar Eclipse 2020 : सूर्य ग्रहण खुली आंखों से नहीं देखें, हो सकता है नुकसान, यहां देखें ऑनलाइन

साल का पहला सूर्यग्रहण आज लग रहा है। आज दिन में ही रात हो जाएगी। खुली आंखों से न देखें चंद्रमा की तरह सूर्य ग्रहण खुली आंखों से नहीं देखना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि इसका बुरा असर आपकी आंखों पर...

Anuradha Pandey लाइव हिन्दुस्तान टीम, नई दिल्लीSun, 21 June 2020 11:46 AM
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साल का पहला सूर्यग्रहण आज लग रहा है। आज दिन में ही रात हो जाएगी। खुली आंखों से न देखें चंद्रमा की तरह सूर्य ग्रहण खुली आंखों से नहीं देखना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि इसका बुरा असर आपकी आंखों पर पड़ सकता है। सूर्य ग्रहण को सुरक्षित तकनीक या तो एल्युमिनेटेड मायलर, ब्लैक पॉलिमर, शेड नंबर 14 के वेल्डिंग ग्लास या टेलिस्कोप द्वारा सफेद बोर्ड पर सूर्य की इमेज को प्रोजेक्ट करके करके उचित फिल्टर का उपयोग करके देखा जा सकता है।

 सूर्यग्रहण अफ्रीकी देश कांगाे में सबसे पहले दिखेगा। वहीं देश में सबसे पहले गुजरात के भुज में सुबह 9:58 बजे शुरू हाेगा। यह 4 घंटे बाद दोपहर 2:29 बजे असम के डिब्रूगढ़ में समाप्त हाेगा।

सूर्य ग्रहण के समय सूर्य को सीधे देखने से आंखाें काे नुकसान हाे सकता है। इसे देखने के लिए धूप के चश्मे, काले चश्मे, एक्सरे शीट या लैंप की लाै से काले किए गए शीशे का उपयाेग न करें। इससे आंखों को भारी नुकसान हो सकता है। आप ऑनलाइन भी सूर्य ग्रहण देख सकते हैं। 

इस बार दिल्ली के नेहरू तारामंडल ने https://tinyurl.com/ybz9t3ec लिंक पर वेबकास्ट की व्यवस्था की है। वहीं, बेंगलुरु के नेहरू तारामंडल की वेबसाइट www.taralaya.org पर भी ऑनलाइन देखने की व्यवस्था की गई है।  

इन लिंक पर क्लिक कर देख सकेंगे सूर्य ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग
Facebook Link:
https://www.facebook.com/aries.nainital263002/live

पंडितों के मुताबिक ग्रहण के समय स्वाध्याय, भगवत भजन, कीर्तन, स्मरण आदि करें। ग्रहण शुरू होने से पहले स्नान, शुरू होने पर हवन, समाप्त होते समय दान और ग्रहण के बाद फिर से स्नान करके वस्त्राभूषण धारण करें। इस दौरान खाने-पीने, मनोरंजन से परहेज करें।

भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के स्वायत्त संस्थान आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान एवं शोध संस्थान (एआरआईईएस या एरीज), आगामी सूर्य ग्रहण का सोशल मीडिया पर लाइव टेलिकास्ट करेगा। 

एरीज ने ग्रहण देखने के दौरान क्या करें और क्या न करें, इसको लेकर एक सूची तैयार की है:

एरीज ने ग्रहण के दौरान इन सावधानियों को बरतने को कहा गया है: 
- ग्रहण देखने के लिए और आंखों को किसी भी नुकसान से बचाने के लिए ग्रहण देखने वाले चश्मों (आईएसओ प्रमाणित) या उचित फिल्टर्स के साथ कैमरे का इस्तेमाल करें।
-  वलयाकार सूर्य ग्रहण देखने का सबसे सुरक्षित तरीका पिनहोल कैमरे से स्क्रीन पर प्रोजेक्शन या टेलिस्कोप है। 
- ग्रहण के दौरान खाना-पीना, स्नान करना, बाहर जाने में कोई दिक्कत नहीं है। ग्रहण को देखना एक शानदार अनुभव होता है।
- इसमें यह भी कहा गया है कि नंगी आंखों से सूरज को न देखें, ग्रहण देखने के लिए एक्स-रे फिल्म्स या सामान्य चश्मों (यूवी सुरक्षा वाले भी नहीं) का इस्तेमाल न करें। 
- इसके अलावा ग्रहण देखने के लिए पेंट किए ग्लास का भी इस्तेमाल न करें।

इसके अलावा यह ग्रहण timeanddate और Slooh के यूट्यूब चैनल पर भी लाइव दिखाया जाएगा। इसके अलावा आप इसे NASA tracker से भी देख सकेगें। 

आप सूर्य ग्रहण NASA पर ट्रैक पर कर सकते हैं , इसके लिए क्लिक करें - 

कब होता है सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा (अमावस्या के चरण में) सूरज की आंशिक या पूरी रोशनी को रोक लेता है और उसी हिसाब से आंशिक, वलयाकार और पूर्ण सूर्यग्रहण होता है। ग्रहण के दौरान चंद्रमा की छाया पृथ्वी पर पड़ती है और घना अंधेरा छा जाता है जिसे उम्ब्रा और कम अंधेरे वाले क्षेत्र को  पेनम्ब्रा के रूप में जाना जाता है। पूर्ण सूर्य ग्रहण सूर्य ग्रहणों में सबसे दुर्लभ है। भले ही हर महीने अमावस्या आती हो, लेकिन हम ग्रहण को इतनी बार नहीं देख पाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि पृथ्वी-सूर्य प्लेन के लिहाज से चंद्रमा की कक्षा लगभग 5 डिग्री के कोण पर झुकी हुई है। इस कारण सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी का संयोग (एक ही सीध में) एक दुर्लभ खगोलीय घटना के तौर पर दिखाई देता है।

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