रक्षाबंधन 30 को या 31 को, यहां के महंत ने बताई रक्षा बंधन को लेकर यह बात, सभी कंफ्यूजन हो जाएगी दूर
रक्षाबंधन पर्व को लेकर समाज में असमंजस की स्थिति बनी है। देवकली तीर्थ में श्रीमती चंद्रकला आश्रम एवं गुरुकुल विद्यापीठ के महंत प्रमोद दीक्षित का कहना है कि रक्षाबंधन सनातन धर्म का महत्वपूर्ण त्योहार ह
Raksha bandhan date: रक्षाबंधन पर्व को लेकर समाज में असमंजस की स्थिति बनी है। देवकली तीर्थ में श्रीमती चंद्रकला आश्रम एवं गुरुकुल विद्यापीठ के महंत प्रमोद दीक्षित का कहना है कि रक्षाबंधन सनातन धर्म का महत्वपूर्ण त्योहार है। इस बार 31 अगस्त दिन गुरुवार को रक्षाबंधन का मुर्हूर्त है। उन्होंने बताया कि राखी बांधने का मूहूर्त 30 अगस्त शाम को 08:57 बजे के बाद से 31अगस्त सुबह 7:46 बजे तक विशेष मुहूर्त है। उसके बाद भी राखी पूरी दिन बांधी जाएगी। जो शाम को राखी बांधते हैं। वह 30 अगस्त को रक्षाबंधन मना सकते हैं और जो सुबह राखी बांधते हैं, वह 31 अगस्त को रक्षाबंधन मनाएंगे।
आचार्य प्रमोद दीक्षित का कहना है कि यदि पूर्णिमा के दौरान अपराह्ण काल में भद्रा हो तो रक्षाबन्धन नहीं मनाना चाहिए। ऐसे में यदि पूर्णिमा अगले दिन के शुरुआती तीन मुहूर्तों में हो,तो पर्व के सारे विधि-विधान अगले दिन के अपराह्ण काल में करने चाहिए। यदि पूर्णिमा अगले दिन के शुरुआती 3 मुहूर्तों में न हो तो रक्षा बंधन को पहले ही दिन भद्रा के बाद प्रदोष काल के उत्तरार्ध में मना सकते हैं।
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