Hindi Newsधर्म न्यूज़Raksha Bandhan 2024: When is Raksha Bandhan in the year 2024 know the best time to tie Rakhi

Raksha Bandhan 2024: साल 2024 में रक्षा बंधन कब है? जानें डेट, भद्राकाल व राखी बांधने का उत्तम मुहूर्त

When is Raksha Bandhan 2024: राखी यानी रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं और बदले में भाई उपहार व रक्षा का वचन देते हैं।

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSat, 9 Dec 2023 05:37 AM
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Raksha Bandhan 2024 Date, Rakhi 2024 Kab hai: रक्षा बंधन का पर्व भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक है। हर साल सावन मास में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को रक्षा बंधन या राखी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई में राखी बांधकर उसकी लंबी आयु की कामना करती हैं, वहीं भाई अपनी बहन को जीवन भर रक्षा का वचन देते हैं। जानें साल 2024 में रक्षा बंधन कब है और राखी बांधने का शुभ मुहूर्त क्या रहने वाला है-

रक्षा बंधन 2024 कब है: साल 2024 में रक्षा बंधन का त्योहार 19 अगस्त 2024, सोमवार को मनाया जाएगा। साल 2024 में भी राखी पर भद्रा का साया रहने वाला है। जानें राखी बांधने का शुभ मुहूर्त- 

रक्षा बंधन 2024 शुभ मुहूर्त-

इस साल पूर्णिमा 19 अगस्त को सुबह 03 बजकर 04 मिनट पर प्रारंभ होगी, जो कि 19 अगस्त को सुबह 11 बजकर 55 मिनट पर समाप्त होगी। 

2024 में रक्षा बंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त: साल 2024 में राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 01:30 पी एम से 09:07 पी एम तक रहेगा। इसके बाद दूसरा मुहूर्त 01:42 पी एम से 04:19 पी एम तक रहने वाला है। रक्षा बंधन पर राखी बांधने का तीसरा या प्रदोष काल का मुहूर्त 06:55 पी एम से 09:07 पी एम तक रहेगा।

इस अवधि में न बांधे राखी-

इस साल रक्षा बंधन पर भद्रा का साया रहेगा। भद्रा पुंछ 19 अगस्त को सुबह 09 बजकर 51 मिनट से 10 बजकर 53 मिनट तक रहेगी। भद्रा मुख सुबह 10 बजकर 53 मिनट से दोपहर 12 बजकर 37 मिनट तक रहेगी। भद्रा 19 अगस्त को सुबह 05:52 से दोपहर 01:32 बजे तक रहेगी।

भद्राकाल में क्यों नहीं बांधते राखी-

पौराण‍िक मान्‍यताओं के अनुसार भद्रा में राखी न बंधवाने की पीछे कारण है कि लंकापति रावण और उसकी बहन भद्रा से जुड़ा है। कहते हैं कि रावण ने भद्राकाल में अपनी बहन से राखी बंधवाई थी और एक साल के अंदर उसका विनाश हो गया था। इसलिए इस समय को छोड़कर ही बहनें अपने भाई के राखी बांधती हैं। वहीं यह भी कहा जाता है कि भद्रा शनि महाराज की बहन है। उन्हें ब्रह्माजी जी ने शाप दिया था कि जो भी व्यक्ति भद्रा में शुभ काम करेगा, उसका परिणाम अशुभ ही होगा। इसके अलावा राहुकाल में भी राखी नहीं बांधी जाती है।

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