Raksha Bandhan 2022 Today: भाइयों की कलाई पर आज भी सजेगा बहनों का ‘रेशमी प्यार’, ऐसे सजाएं पूजा की थाली
Raksha Bandhan 2022 हर साल सावन मास में पूर्णिमा तिथि पर भाई- बहन का यह पवित्र त्योहार मनाया जाता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार भद्रा के समय राखी नहीं बांधनी चाहिए।
Raksha Bandhan 2022: श्रावण पूर्णिमा की तिथि को लेकर ऊहापोह के बीच ज्यादातर लोगों ने बुधवार को रक्षाबंधन का पर्व मनाया। प्राचीन पर्व में नूतनता का भी समावेश दिखा। आजादी के अमृत महोत्सव का अक्स तिरंगी राखियों में साफ झलक रहा था तो कोरोना काल के बाद से शुरू हुए ऑनलाइन रक्षाबंधन के चलन का सिलसिला भी बरकरार रहा।
राखी के रूप में भाइयों की कलाई पर बहनों का ‘रेशमी प्यार’ सजा। पाताली भद्रा होने के कारण भाइयों को राखी बंधवाने के लिए दिन के तीसरे प्रहर तक प्रतीक्षा करनी पड़ी। शाम पांच बजे प्रदोषकाल आरंभ होने के बाद से राखी बांधने का क्रम आरंभ हो गया। वहीं, ज्यादातर लोगों ने रात्रि 08:25 से रात्रि 09:46 बजे के मध्य रक्षा बंधन का पर्व मनाया। वहीं कुछ लोग 12 अगस्त को यह पर्व मनाएंगे।
ऐसे सजाएं पूजा की थाली-
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पूजा की थाली में कुमकुम, मिठाई, दीपक, चावल और श्रीफल के अलावा कलश को भी रखना शुभ होता है। पुराणों में कहा गया है कि पूजा की थाल में अगर जल का कलश नहीं होता, तो पूजा की थाल अधूरी होती है। माना जाता है कि कलश में देवताओं का वास होता है। इसके अलावा पूजा की थाल में दही रखना भी शुभ होता है।
राखी बांधने की विधि-
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार राखी बंधवाते समय भाई का मुख पूरब दिशा में और बहन का पश्चिम दिशा में होना चाहिए। सबसे पहले बहनें अपने भाई को रोली, अक्षत का टीका लगाएं। घी के दीपक से आरती उतारें, उसके बाद मिष्ठान खिलाकर भाई के दाहिने कलाई पर राखी बांधें।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।