Kanya Pujan : आज सिद्धि योग में करें कन्या पूजन, जान लें पूजा- विधि, सामग्री लिस्ट से लेकर सभी जरूरी जानकारियां
Kanya Pujan Vidhi Samagri List : शारदीय नवरात्र के आठवें दिन दुर्गा माता के महागौरी स्वरुप की जाती है। इस दिन भक्त मां भगवती की आराधना व कन्या पुजन के भक्त नवरात्रि व्रत समापन करते हैं।
Navratri 2023 Kanya Pujan : शरदीय नवरात्र के आठवें दिन दुर्गा माता के महागौरी स्वरुप की जाती है। इस दिन भक्त मां भगवती की आराधना व कन्या पुजन के भक्त नवरात्रि व्रत समापन करते हैं। कुछ भक्त नवमी तिथी तक मां भगवती के व्रत करते हैं। आचार्य रमेश सेमवाल ने बताया कि 22 अक्टूबर को मनाए जा रहे दुर्गा अष्टमी के पर्व पर कई सिद्धि योग बन रहे हैं। बताया कि 11: 40 से लेकर 12:26 तक कन्या पूजन के लिए सर्वोत्तम समय है। बताया कि अष्टमी पर यज्ञ कर, मां जगदंबा की विशेष पूजा करें। कन्या पूजन मे सर्वप्रथम कन्याओं को तिलक करें, चुनरी, नारियल का प्रसाद भेंट करें, उनके चरणों को प्रणाम कर कलवा बंधे। दक्षिणा देकर कन्याओं को भोग लगाए। बताया कि दो वर्ष से लेकर दस वर्ष की कन्याओं का पूजन करना उत्तम है।
कन्या पूजन विधि...
- कन्या पूजन के लिए नौ कन्याओं और एक लड़के की आवश्यकता होती है। नौ कन्याओं को मां का स्वरूप और लड़के को भैरव का स्वरूप मानकर पूजा की जाती है।
- अगर आपको नौ कन्याएं नहीं मिल रही हैं तो आप जितनी कन्याएं हैं उनका ही पूजन कर लें। बाकी कन्याओं के हिस्से का भोजन गाय को खिला दें।
- सबसे पहले कन्याओं और लड़के के पैरों को स्वच्छ जल से धोएं और उन्हें आसन पर बिठाएं।
- सभी कन्याओं और लड़के को तिलक लगाएं।
- इसके बाद कन्याओं और भैरव स्वरूप लड़के की आरती करें।
- कन्याओं को भोजन खिलाएं। कन्याओं को भोजन खिलाने से पहले मंदिर में मां को भोग अवश्य लगा लें।
- कन्याएं जब भोजन कर लें तो फिर उन्हें प्रसाद के रूप में फल दें और अपने सामर्थ्यानुसार दक्षिणा अवश्य दें।
- सभी कन्याओं और भैरव स्वरूप लड़के के चरण स्पर्श भी करें।
- कन्याओं को सम्मान पूर्वक विदा करें। ऐसा माना जाता है कि कन्याओं के रूप में मां ही आती हैं।
Happy Durga Ashtami : दुर्गा अष्टमी पर भेजें माता रानी की भक्ति से भरें ये SMS, मां की बरसेगी कृपा
कन्या पूजन सामग्री की पूरी लिस्ट
- जल- सबसे पहले कन्याओं के पैर धोएं जाते हैं। कन्याओं के पैर धोने के लिए साफ जल रख लें। आप गंगाजल से भी कन्याओं के पैर धो सकते हैं।
- साफ कपड़ा- कन्याओं के पैर धोने के बाध पैरों को पोछने के लिए एक साफ कपड़ा रख लें।
- रोली- कन्याओं के माथे पर तिलक लगाने के लिए।
- चावल (अक्षत)- कन्याओं के माथे में अक्षत भी लगाएं।
- कलावा- कन्याओं को तिलक लगाने के बाद उनके हाथ में कलावा भी बांधें।
- पुष्प- कन्याओं पर पुष्प भी चढ़ाएं।
- चुन्नी- कन्याओं को उढ़ाने के लिए चुन्नी की जरूरत भी होती है।
- फल- आप अपने इच्छानुसार फल कन्याओं को खिला सकते हैं।
- मिठाई- कन्याओं के लिए मिठाई भी ले लें।
- भोजन सामग्री- हलुवा, पूड़ी, चने, आदि कन्याओं के लिए भोजन सामग्री।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।