Hindi Newsधर्म न्यूज़Navratri Kanya Pujan 2023: ashtami navami tithi date time puja vidhi shubh muhurat

Navratri Kanya Pujan 2023: अष्टमी, नवमी को किया जाता है कन्या पूजन, जानिए डेट, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

Kanya Pujan : शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर, 2023, रविवार से हो गई है। नवरात्रि के दौरान मां के नौ रूपों की पूजा- अर्चना की जाती है। नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि का विशेष महत्व होता है।

Yogesh Joshi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 22 Oct 2023 02:35 AM
share Share

शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर, 2023, रविवार से हो गई है। नवरात्रि के दौरान मां के नौ रूपों की पूजा- अर्चना की जाती है। नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि का विशेष महत्व होता है। इस अष्टमी को दुर्गा अष्टमी या महाअष्टमी भी कहा जाता है। नवमी के दिन नवरात्रि का समापन होता है। नवरात्रि में कन्या पूजन का बहुत अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं कन्या पूजन डेट, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त...

  • अष्टमी- 22 अक्टूबर, 2023, रविवार

अष्टमी तिथि प्रारम्भ - अक्टूबर 21, 2023 को 09:53 पी एम बजे

अष्टमी तिथि समाप्त - अक्टूबर 22, 2023 को 07:58 पी एम बजे

  • महानवमी- 23 अक्टूबर, 2023, सोमवार

नवमी तिथि प्रारम्भ - अक्टूबर 22, 2023 को 07:58 पी एम बजे

नवमी तिथि समाप्त - अक्टूबर 23, 2023 को 05:44 पी एम बजे

कन्या पूजन विधि...

  • कन्या पूजन के लिए नौ कन्याओं और एक लड़के की आवश्यकता होती है। नौ कन्याओं को मां का स्वरूप और लड़के को भैरव का स्वरूप मानकर पूजा की जाती है।
  • अगर आपको नौ कन्याएं नहीं मिल रही हैं तो आप जितनी कन्याएं हैं उनका ही पूजन कर लें। बाकी कन्याओं के हिस्से का भोजन गाय को खिला दें।
  • सबसे पहले कन्याओं और लड़के के पैरों को स्वच्छ जल से धोएं और उन्हें आसन पर बिठाएं।
  • सभी कन्याओं और लड़के को तिलक लगाएं।
  • इसके बाद कन्याओं और भैरव स्वरूप लड़के की आरती करें।
  • कन्याओं को भोजन खिलाएं। कन्याओं को भोजन खिलाने से पहले मंदिर में मां को भोग अवश्य लगा लें।
  • कन्याएं जब भोजन कर लें तो फिर उन्हें प्रसाद के रूप में फल दें और अपने सामर्थ्यानुसार दक्षिणा अवश्य दें।
  • सभी कन्याओं और भैरव स्वरूप लड़के के चरण स्पर्श भी करें।
  • कन्याओं को सम्मान पूर्वक विदा करें। ऐसा माना जाता है कि कन्याओं के रूप में मां ही आती हैं।

चंद्र ग्रहण से पहले ही चमक गया है इन 5 राशियों का भाग्य, ग्रहों की युति से आने वाले 9 दिन बेहद फलदायी

अष्टमी तिथि शुभ मुहूर्त-

  • ब्रह्म मुहूर्त- 04:45 ए एम से 05:35 ए एम
  • अभिजित मुहूर्त- 11:43 ए एम से 12:28 पी एम
  • विजय मुहूर्त- 01:59 पी एम से 02:44 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त- 05:45 पी एम से 06:10 पी एम
  • अमृत काल- 12:39 पी एम से 02:10 पी एम
  • निशिता मुहूर्त- 11:40 पी एम से 12:31 ए एम, अक्टूबर 23
  • सर्वार्थ सिद्धि योग- 06:26 ए एम से 06:44 पी एम
  • रवि योग- 06:44 पी एम से 06:27 ए एम, अक्टूबर 23

नवमी तिथि शुभ मुहूर्त

  • ब्रह्म मुहूर्त- 04:45 ए एम से 05:36 ए एम
  • अभिजित मुहूर्त- 11:43 ए एम से 12:28 पी एम
  • विजय मुहूर्त- 01:58 पी एम से 02:43 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त- 05:44 पी एम से 06:09 पी एम
  • अमृत काल- 07:29 ए एम से 08:59 ए एम
  • निशिता मुहूर्त- 11:40 पी एम से 12:31 ए एम, अक्टूबर 24, 05:50 ए एम, अक्टूबर 24 से 07:19 ए एम, अक्टूबर 24
  • रवि योग- पूरे दिन
  • सर्वार्थ सिद्धि योग- 06:27 ए एम से 05:14 पी एम

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेख