Hindi Newsधर्म न्यूज़Navratri 8 Day: Today on Ashtami do puja in this method and auspicious time happiness and prosperity will come to your home

Navratri: आज अष्टमी पर इस विधि और मुहूर्त में करें पूजा, घर आएगी सुख-समृद्धि

Shardiya Navratri 8th Day 2023: नवरात्रि अष्टमी पर माता दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। आज के दिन व्रत रखना भी फलदायक माना जाता है।

Shrishti Chaubey लाइव हिंदुस्तान, नई दिल्लीSun, 22 Oct 2023 12:11 PM
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नवरात्रि का आठवां दिन आज: नवरात्रि का आज 8 वां दिन है। नवरात्रि की अष्टमी को बेहद ही फलदायक माना जाता है। नवरात्रि अष्टमी पर माता दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। आज के दिन व्रत रखना भी फलदायक होता है। आज अष्टमी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का निर्माण भी हो रहा है। इसलिए आइए जानते हैं शारदीय नवरात्रि की अष्टमी पर पूजा के शुभ मुहूर्त और विधि-

अष्टमी-नवमी कब?
अष्टमी तिथि की शुरुआत- अक्टूबर 21, 2023 को 09:53 पी एम बजे
अष्टमी तिथि की समाप्ति- अक्टूबर 22, 2023 को 07:58 पी एम बजे
नवमी तिथि की शुरुआत- अक्टूबर 22, 2023 को 07:58 पी एम बजे
नवमी तिथि की समाप्ति- अक्टूबर 23, 2023 को 05:44 पी एम बजे

अष्टमी तिथि शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04:45 से सुबह 05:35 तक  
अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:43 से दोपहर 12:28 तक 
विजय मुहूर्त- दोपहर 01:59 से दोपहर 02:44 तक 
गोधूलि मुहूर्त- शाम 05:45 से 06:10 तक 
अमृत काल- दोपहर 12:39 से दोपहर 02:10 तक 
निशिता मुहूर्त- दोपहर 11:40 से 12:31 ए एम, अक्टूबर 23
सर्वार्थ सिद्धि योग- सुबह 06:26 से 06:44 पी एम
रवि योग- 06:44 पी एम से सुबह 06:27, अक्टूबर 23

पूजा-विधि
1- सुबह उठकर स्नान करें और मंदिर साफ करें।  
2- दुर्गा माता का गंगाजल से अभिषेक करें।
3- मैया को अक्षत, लाल चंदन, चुनरी और लाल पुष्प अर्पित करें।
4- सभी देवी-देवताओं का जलाभिषेक कर फल, फूल और तिलक लगाएं। 
5- प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं।
6- घर के मंदिर में धूपबत्ती और घी का दीपक जलाएं 
7- दुर्गा सप्तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ करें 
8 - फिर पान के पत्ते पर कपूर और लौंग रख माता की आरती करें।
9 - अंत में क्षमा प्रार्थना करें।

नवरात्रि अष्टमी महत्व 
मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि की अष्टमी तिथि विशेष रूप से फलदायी मानी जाती हैं। अष्टमी के दिन ही माता दुर्गा ने चंड-मुंड नामक दैत्यों का वध किया था। वहीं, अगर आपने 9 दोनों का व्रत नहीं रखा है तो अष्टमी पर व्रत रख सकते हैं। अष्टमी के दिन व्रत रखने और माता की आराधना करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 

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