Lunar eclipse 2019: कल्पवास और चंद्र ग्रहण का योग, गंगा स्नान से मिलेगा पुण्यफल
कुम्भ के दूसरे स्नान पर्व 21 जनवरी, पौष पूर्णिमा पर इस बार पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा। ग्रहीय रूप से जब सूर्य, चन्द्रमा और पृथ्वी के बीच आता है तब चन्द्रमा की छाया पृथ्वी पर नहीं पड़ती है। इस खगोलीय घटना...
कुम्भ के दूसरे स्नान पर्व 21 जनवरी, पौष पूर्णिमा पर इस बार पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा। ग्रहीय रूप से जब सूर्य, चन्द्रमा और पृथ्वी के बीच आता है तब चन्द्रमा की छाया पृथ्वी पर नहीं पड़ती है। इस खगोलीय घटना से स्नान पर्व का पुण्यफल अधिक मिलेगा। इसी दिन कुम्भ में एक माह के लिए कल्पवास भी शुरू होगा।
पं. दिवाकर त्रिपाठी ‘पूर्वांचली' के अनुसार खग्रास चंद्र ग्रहण भारतीय समय के अनुसार सुबह 9:04 बजे अफ्रीका महाद्वीप में दिखाई देगा। ग्रहण का मोक्ष दोपहर 12:21 बजे होगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण नहीं है। लेकिन ग्रह-नक्षत्र के अनुसार प्रभाव पड़ेगा।
चन्द्र ग्रहण के बाद स्नान और दान करना पुण्यदायक होता है। इस अवसर पर गेहूं, धान, चना, मसूर दाल, गुड़, चावल, काला कम्बल, सफेद-गुलाबी वस्त्र, चूड़ा, चीनी, चांदी व स्टील की कटोरी में खीर दान से लाभ मिलेगा।
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