16 से खरमास, नहीं होंगे मांगलिक कार्य, सूर्य की उपासना से होगा महालाभ
kharmas : इस मास को सूर्य देव की उपासना के लिए बहुत ही अहम माना जाता है। ज्योतिषाचार्य पंडित बटेश नाथ झा ने बताया कि सूर्य धनु राशि में 16 दिसंबर को सुबह दस बजकर 11 मिनट पर प्रवेश करेंगे।
इस बार खरमास 16 दिसंबर से शुरू होगा, जो एक माह बाद 14 जनवरी को समाप्त होगा। खरमास के कारण शादी-विवाह, मुंडन, कर्ण छेदन और गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य नहीं होंगे। उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक पं. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार 16 दिसंबर, शुक्रवार को सूर्य देव गुरु बृहस्पति की राशि धनु में प्रवेश करेंगे। शुक्रवार को सूर्यास्त के बाद 6:53 बजे सूर्य का संचरण धनु राशि में होगा। धनु राशि में सूर्य देव 14 जनवरी, 2023 शनिवार को रात में 2:53 बजे तक रहेंगे।
इस मास को सूर्य देव की उपासना के लिए बहुत ही अहम माना जाता है। ज्योतिषाचार्य पंडित बटेश नाथ झा ने बताया कि सूर्य धनु राशि में 16 दिसंबर को सुबह दस बजकर 11 मिनट पर प्रवेश करेंगे और 14 जनवरी 2023 दिन रविवार को रात आठ बरकर 57 मिनट तक धनु राशि में रहेंगे। इसके बाद मकर राशि स्वामित्व वाली राशि मकर में प्रवेश करेंगे। मकर राशि में प्रवेश से मकर संक्रांति का योग होता है। इसी के साथ ही खरमास खत्म हो जाता है। अर्थात 15 जनवरी 2023 को मकर संक्रांति मनाई जाऐगी। उन्होंने बताया कि इस माह विवाह व मांगलिक कार्य अशुभ माना जाता है। इस पूरे माह में ग्रहों के राजा सूर्य देव की विशेष पूजा अर्चना करनी चाहिए। इससे सुख व समृद्धि में वृद्धि होती है।
मकर संक्रांति के बाद सूर्य उत्तरायण हो जाएंगे। मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी, रविवार को मनाया जाएगा। जनवरी में मकर संक्रांति के साथ फिर से मांगलिक कार्यों का आरंभ होगा। विवाह समेत सभी मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। खरमास समाप्त होने के बाद जनवरी में आठ दिन शादी की मूहूर्त रहेगी। शुभ मुहूर्त की तिथियों में 15, 17, 18, 25, 26, 27, 30 और 31 जनवरी है।
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