Hindi Newsधर्म न्यूज़Karwa Chauth Vrat 2023: How to keep Karwa chauth fast during pregnancy or periods

प्रेग्नेंसी में करवा चौथ व्रत कैसे रखें? जानें पीरियड्स में किन बातों का रखें विशेष ध्यान, दूर कर लें कनफ्यूजन

Karwa Chauth During Pregnancy Or Periods: करवा चौथ व्रत के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का खास ध्यान रखना चाहिए। व्रत से जुड़ी कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं...

Arti Tripathi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 31 Oct 2023 04:42 AM
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Karwa Chauth Vrat During Pregnancy: विवाहित महिलाओं के लिए करवा चौथ के व्रत का महत्व बहुत अधिक है। करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति के अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु के लिए करवा चौथ का निर्जला व्रत रखती हैं। 16 श्रृंगार करके तैयार होती हैं और चंद्रदेव को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत तोड़ती है। इस दिन सुहाग की सलामती के लिए करवा माता की भी पूजा की जाती है। हर साल कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ मनाया जाता है। इस बार करवा चौथ की शुरुआत 31 अक्टूबर 2023 को रात 9 बजकर 30 मिनट से शुरू होगी और 1 नवंबर 2023 को रात 9 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगी। इसलिए उदया तिथि के अनुसार, इस  साल 1 नवंबर 2023 को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा। करवा चौथ का व्रत बड़े ही विधिविधान के साथ रखा जाता है। करवा चौथ का व्रत रखने के लिए महिलाओं को अपने सेहत का ध्यान जरूर रखना चाहिए। इसके साथ ही जो महिलाएं प्रेग्नेंट हो या पीरीयड्स में हों, उन्हें व्रत के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

प्रेग्नेंसी में कैसे रखें करवा चौथ का व्रत?

कहा जाता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान करवा चौथ व्रत रखने पर महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का खास ध्यान रखना चाहिए। वैसे तो करवा चौथ का निर्जला व्रत रखा जाता है, लेकिन प्रेग्नेंसी में महिलाएं फल और ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकती हैं।  गर्भवती महिलाएं सरगी खाकर व्रत की शुरुआत करें और इसके बाद दिन भर थोड़ा-थोड़ा कुछ खाते रहें। आराम करें और शाम को 16 श्रृंगार करें। इसके साथ ही  पूजा के बाद चंद्रदेव को अर्घ्य देकर व्रत का पारण कर सकती हैं। 

पीरीयड्स में क्या करें?

अगर करवा चौथ व्रत के दौरान पीरीयड्स आ जाए, तो महिलाएं अपना व्रत पूरा कर सकती हैं। और शाम के समय आप घर के अन्य सदस्यों सास, देवरानी या जेठानी से पूजा करवा सकती हैं। कहा जाता है कि व्रत के दौरान पूजा-पाठ का सामान स्पर्श नहीं करना चाहिए। इस समय करवा माता का मन में स्मरण करना चाहिए और उनसे अखंड सौभाग्य की कामना करना चाहिए।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
 

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