दो साल बाद जन्माष्टमी पर दिखा उल्लास, कृष्ण लीला की मनोरम झांकियों में अमृत महोत्सव की झलक
दो साल बाद कृष्ण जन्माष्टमी पर उल्लास और श्रद्धा का ज्वार उमड़ा। शुक्रवार की मध्य रात्रि घड़ी की दोनों सुइयां जैसे ही रात के 12 बजे पर पहुंची नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की...समवेद स्वर गूंज उठा।
दो साल बाद कृष्ण जन्माष्टमी पर उल्लास और श्रद्धा का ज्वार उमड़ा। शुक्रवार की मध्य रात्रि घड़ी की दोनों सुइयां जैसे ही रात के 12 बजे पर पहुंची नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की...समवेद स्वर गूंज उठा। बधाइयां बजने लगी। आतिशबाजी होने लगी। भगवान के लीला जन्म से कण-कण धन्य हो गया। मठ, मंदिरों में भजन-कीर्तन शंखध्वनि गूंजने लगे। यशोदा के नंदलाल ब्रज का दुलारा है... भजन से वातावरण कृष्णमय हो गया। घरों में भी उत्साह रहा।
शुक्रवार को दिनभर उमस के बाद शाम 740 बजे से बारिश शुरू हो गई। कृष्ण लीला की झांकियों को देखने आए लोग भीगते हुए आस्था भाव से कतार में लगे रहे। पुलिस लाइन में स्थित मंदिर और पथरचट्टी रामलीला कमेटी की ओर से नवग्रह मंदिर में सजाई गई कृष्णलीला की झांकियां धार्मिकता के साथ राष्ट्रीय चेतना का संदेश देती नजर आईं। पथरचट्टी रामलीला में सजी झांकी में अर्जुन के रथ पर तिरंगा ध्वज देशभक्ति का संदेश देता रहा। श्रद्धा भाव से भक्त लड्डू गोपाल के चरणों को पखारकर, पालने में बंधी डोर को खींचकर नंदलाला को झुलाने का अलौकिक आनंद प्राप्त करते रहे।
सेंट्रल जेल में बंदियों ने सजाई मनोरम झांकी
सेंट्रल जेल नैनी में कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर बैरक नंबर एक, दो व चार के बंदियों के बीच झांकी सजाने की प्रतियोगिता भी हुई। वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय ने बताया कि एल जेल को रंगीन झालरों, दीपों व फूलों से सजाया गया था। बैरक नंबर एक, दो और चार के बंदियों की ओर से सजाई गई झांकी में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पाने वाले बैरक के बंदियों को कृष्णछठी के दिन पुरस्कृत किया जाएगा।
इस्कॉन मंदिर में पूजन के साथ 56 भोग
- इस्कॉन मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। भगवान का विधि-विधान से शृंगार पूजन किया गया। भक्तों ने 108 चांदी के कलश से भगवान का विविध द्रव्यों से अभिषेक किया गया। अभिषेक के बाद 56 भोग अर्पित कर महाआरती की गई।कोलकाता से मंगाए गए आकर्षक पोशाक धारण कराकर शृंगार किया गया। बड़ी संख्या में भक्तों ने दर्शन पूजन किया। देश विदेश से आए भक्त भजन-कीर्तन करते रहे। कल्याणी देवी मंदिर स्थित राधा-कृष्ण का विशेष शृंगार किया गया।
मनगढ़ में उमड़ी भक्तों की भारी भीड़
- भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की प्रतीक्षा में बैठे हजारों सत्संगी व श्रद्धालुओं की भीड़ प्रभु के विग्रह की ओर टकटकी लगाए रही। रात के 12 बजे जैसे ही कन्हैया का जन्म हुआ पूरा मंदिर परिसर नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की, हाथी घोड़ा पालकी.. भजन से गूंज उठा। महिलाएं सोहर गाने लगीं, आश्रम के सत्संगी, पुजारी ने भगवान के विग्रह का अभिषेक किया। उपहार और मिष्ठान बांटे गए। पटाखे फोड़कर खुशियां मनाई गई। देररात तक भक्तों की भारी भीड़ रही।
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