govardhan puja 2022: अन्नकूट और गोवर्धन पूजन आज, लाभ एवं अमृत के चौघड़िया मुहूर्त में करें पूजा
दिवाली के अगले दिन अन्नकूट और गोवर्धन पूजन होता है पर इस वर्ष खंडग्रास सूर्यग्रहण की वजह से 26 अक्तूबर को अन्नकूट पूजन होगा। बालाजी ज्योतिष संस्थान के पं. राजीव शर्मा ने बताया कि 26 अक्टूबर को प्रत
दिवाली के अगले दिन अन्नकूट और गोवर्धन पूजन होता है पर इस वर्ष खंडग्रास सूर्यग्रहण की वजह से 26 अक्तूबर को अन्नकूट पूजन होगा। बालाजी ज्योतिष संस्थान के पं. राजीव शर्मा ने बताया कि 26 अक्टूबर को प्रतिपदा अपराह्न 2:43 बजे तक है। गोवर्धन बनाने एवं पूजा का समय प्रात: काल 6:29 बजे से 9:16 बजे तक और 10:39 बजे से मध्यान्ह 12:40 बजे तक लाभ एवं अमृत के चौघड़िया मुहूर्त में है।
पं. राजीव शर्मा ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार गोवर्धन पूजा साढ़े तीन पहर व्यापिनी कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को की जाती है। वेदों में इस दिन वरुण, इंद्र, अग्नि आदि देवताओं की पूजा का विधान है। इस दिन गाय- बैल आदि की फूल माला,धूप,चंदन आदि से पूजा की जाती है। अन्नकूट एक प्रकार से सामूहिक भोज का आयोजन है। इस दिन प्रात: गाय के गोबर से गोवर्धन बनाया जाता है। अनेक स्थानों पर इसके मनुष्याकार बनाकर पुष्पों, लताओं आदि से सजाया जाता है। शाम को गोवर्धन की पूजा की जाती है। पूजा के उपरांत गोवर्धन जी की सात परिक्रमा की जाती है। परिक्रमा के समय एक व्यक्ति हाथ में जल का लोटा व अन्य खील (जौ) लेकर चलते हैं। जल के लोटे वाला व्यक्ति पानी की धारा गिराते हुए तथा अन्य जौ बोते हुए परिक्रमा पूरी करते हैं। अन्नकूट में चंद्र-दर्शन अशुभ माना जाता है, यदि प्रतिपदा में द्वितिया हो तो अन्नकूट अमावस्या को मनाया जाता है।
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