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Ganesh ji aarti : जय गणेश, जय गणेश और जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति पढ़ें गणेश जी की दोनों आरती

गणेश चतुर्थी पर गणपति की स्थापना घऱ-घर में होगी। अनंत चतुर्दशी तक गणपति घरों में विराजेंगे। गणपति को अलग-अलग दिनों के लिए जैसे कोई 5. 7. 11 दिन के लिए स्थापित करते हैं। इसके बाद अनंत चतुर्दशी के दिन ब

Anuradha Pandey लाइव हिन्दुस्तान टीम, नई दिल्लीFri, 2 Sep 2022 07:31 AM
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गणेश चतुर्थी पर गणपति की स्थापना घऱ-घर में होगी। अनंत चतुर्दशी तक गणपति घरों में विराजेंगे। गणपति को अलग-अलग दिनों के लिए जैसे कोई 5. 7. 11 दिन के लिए स्थापित करते हैं। इसके बाद अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा को विदाई दी जाती है। आप भी अगर घर में गणपति को स्थापित कर रहे हैं तो स्थापना और संपूर्ण पूजन के बाद गणपति की आरती जरूर कर लें। गणपति की आरती के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है।

यहां पढ़ें जय गणेश-जय गणेश और जयदेव, जयदेव मंगलमूर्ति आरती

यहां देखें गणेश जी की आरती

जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।

एकदंत, दयावन्त, चार भुजाधारी,
माथे सिन्दूर सोहे, मूस की सवारी। 
पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा,
लड्डुअन का भोग लगे, सन्त करें सेवा।। ..
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश, देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।

अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया,
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया। 
'सूर' श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।। 
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा .. 
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा। 

दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी। 
कामना को पूर्ण करो जय बलिहारी।

Ganesh Ji Ki Aarti

पढ़ें भगवान श्रीगणेश की आरती-

सुखकर्ता दुःखहर्ता वार्ता विघ्नाची

नुरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची

सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची

कंठी झलके माल मुक्ता फलांची।

जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव

जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति

दर्शन मात्रे मन कामना पूर्ती। जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव

रत्नखचित फरा तुज गौरीकुमरा

चंदनाची उटी कुमकुम केशरा

हीरे जड़ित मुकुट शोभतो बरा

रुणझुणती नूपुरे चरणी घागरिया।

जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव

जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति

दर्शन मात्रे मन कामना पूर्ती। जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव

लम्बोदर पीताम्बर फणिवर बंधना

सरल सोंड वक्र तुंड त्रिनयना

दास रामाचा वाट पाहे सदना

संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुर वर वंदना।

जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव

जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति

दर्शन मात्रे मन कामना पूर्ती। जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव ।।

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