Hindi Newsधर्म न्यूज़Chandra grahan 2022 date and timing:effect of this lunar eclipse will be for 3months Aries and Libra got more effected know effect in the world

Chandra grahan 2022: अगले तीन महीने तक दिखेगा इस चंद्र ग्रहण का असर, मेष और तुला राशि पर ज्यादा प्रभाव, जानें विश्व में इसका क्या असर होगा

कल लगने वाला यह चंद्र ग्रहण वर्ष 2022 का अंतिम चंद्रग्रहण है। इससे पहले 25 अक्टूबर 2022 दिन मंगलवार को खग्रास सूर्य ग्रहण भी लगा था। सूर्य ग्रहण का भी प्रभाव अगले 3 महीने तक रहेगा और चंद्रग्रहण का भी

Anuradha Pandey पं दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली, नई दिल्लीWed, 9 Nov 2022 07:59 AM
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कल लगने वाला यह चंद्र ग्रहण वर्ष 2022 का अंतिम चंद्रग्रहण है। इससे पहले 25 अक्टूबर 2022 दिन मंगलवार को खग्रास सूर्य ग्रहण भी लगा था। सूर्य ग्रहण का भी प्रभाव अगले 3 महीने तक रहेगा और चंद्रग्रहण का भी प्रभाव अगले 3 महीने तक बना रहेगा । साथ ही सूर्य ग्रहण वायु तत्व की राशि तुला में लगा था एवं चंद्रग्रहण अग्नि तत्व की राशि मेष में लगेगा। ऐसी स्थिति में दोनों ग्रहणों का संयुक्त रूप से व्यापक प्रभाव देखने को मिलेगा।
 
विश्व के अन्य राष्ट्रों के उद्भव का लग्न नहीं पता होने के कारण राशि के आधार पर ही गणना किया जाएगा। जिन राष्ट्रों के नाम राशि मेष अथवा तुला राशि है। उनको विशेष तौर पर अगले 3 महीने तक सतर्क रहना चाहिए। जैसे :- च, चे, चो, ला, ले , लो, लू, अ, रा, री, रू, रे, रो, ता, तू, ते। उदाहरण स्वरूप :- अमेरिका, चेचन्या, चीन, रूस , अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया इत्यादि इन राष्ट्रों को विशेष तौर पर सतर्क रहना चाहिए। आपसी विवाद से बचना चाहिए अन्यथा आम जनमानस में विद्रोह या तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है । चक्रवात, भूकम्प, बवंडर, जैसी अन्य अचानक बड़ी दुर्घटना की संभावना भी बन सकती है। 

आर्थिक क्षति , व्यापारिक क्षति राजनीतिक क्षति की स्थिति उत्पन्न हो सकती है इन राष्ट्रों में युद्ध या युद्ध जैसी स्थितियां भी उत्पन्न हो सकता है। विश्व के अन्य राष्ट्रों में भी जहां बड़े आयोजन होंगे जहां पर बड़े जनसंख्या में लोग एकत्र होकर के जश्न मनाएंगे अथवा बड़ा आयोजन करेंगे वहां पर बड़ी दुर्घटना की संभावना बन सकती है, तीव्र गति से चलने वाले वाहन जैसे हवाई जहाज ट्रेन बुलेट ट्रेन या जो भी ज्यादा तीव्र गति से चलने वाली वस्तुएं होंगी उनका उनके ऊपर नकारात्मक प्रभाव ज्यादा देखने को मिलेगा अतः इस बीच में सतर्क रहकर ही वायुयान का संचालन अथवा ट्रेन का संचालन किया जाना आवश्यक है अन्यथा बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती हैं।

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