चांद का हुआ दीदार : यूपी, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश में दिखे चंद्रदेव, देखें Photos
Chand Time Moon rise Time Karwa Chauth 2021 : पति की दीर्घायु के लिए आज सुहागिनों ने करवा चौथ का व्रत रखा। महिलाओं ने रोहिणी नक्षत्र और वरियान योग में चांद का दीदार किया। चांद देखने के बाद सुहागिनों...
Chand Time Moon rise Time Karwa Chauth 2021 : पति की दीर्घायु के लिए आज सुहागिनों ने करवा चौथ का व्रत रखा। महिलाओं ने रोहिणी नक्षत्र और वरियान योग में चांद का दीदार किया। चांद देखने के बाद सुहागिनों ने व्रत तोड़ा। यूपी, बिहार, राजस्थान, एमपी, उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में चांद नजर आ गया है। लेकिन दिल्ली एनसीआर में तेज बारिश के चलते चंद्रदेव के दर्शन नहीं हुए हैं। करवा चौथ व्रत को सबसे मुश्किल व्रतों में से एक माना गया है। इसमें अन्न और जल का त्याग किया जाता है। इसे निर्जला व्रत भी कहा जाता है।
बिहार का मधुबनी
झांसी
वाराणसी
आइए जानते हैं उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, एमपी में कितने बजे चंद्रदर्शन होंगे -
करवा चौथ पूजा शुभ मुहूर्त-
चतुर्थी तिथि प्रारंभ- 24 अक्टूबर सुबह 3 बजकर 1 मिनट से
चतुर्थी तिथि समाप्त- 25 अक्टूबर सुबह 5 बजकर 43 मिनट पर
चांद दिखने का समय
दिल्ली - 08:07 बजे
उत्तर प्रदेश में विभिन्न जिलों चांद कब दिखेगा-
लखनऊ - 9:15 बजे
वाराणसी - 7:51 बजे
कानपुर - सुबह 8:00 बजे
प्रयागराज ( इलाहाबाद ) - 7:56 बजे
आगरा - 8:07 बजे
मेरठ - 8:04 बजे
नोएडा - 8:08 बजे
गाजियाबाद - 8:06 बजे
गोरखपुर - 8:06 बजे
बरेली - 7:59 बजे
मथुरा - 8:10 बजे
अलीगढ़ - 8:05 बजे
मुरादाबाद - 07:58
सहारनपुर - 8:03 बजे
अयोध्या - 7:51 बजे
फैजाबाद - 7:51 बजे
फिरोजाबाद - 8:06 बजे
मुजफ्फरनगर - 8:03 बजे
झांसी - 8:10 बजे
बदायूँ - 8:09 बजे
रामपुर - 7:59 बजे
शाहजहाँपुर - 7:58 बजे
फर्रुखाबाद - 8:01 बजे
हापुड़ - 8:05 बजे
मिर्जापुर - 7:53 बजे
इटावा - 8:04 बजे
बुलंदशहर - 8:05 बजे
सम्भल - 8:02 बजे
अमरोहा - 8:01 बजे
हरदोई - 7:58 बजे
फतेहपुर - 7:58 बजे
रायबरेली - 7:56 बजे
ओराई - 8:04 बजे
गोंडा - 7:51 बजे
मैनपुरी - 8:03 बजे
आजमगढ़ - 7:59 बजे
बस्ती - 7:59 बजे
सीतापुर - 7:55 बजे
बहराइच - 7:57 बजे
उन्नाव - 7:59 बजे
जौनपुर - 7:51 बजे
लखीमपुर - 7:54 बजे
हाथरस - 8:07 बजे
बांदा - 8:02 बजे
पीलीभीत - 7:56 बजे
बाराबंकी - रत 8:03 बजे
बिहार
पटना - 07:42 बजे
गया - 7:44 बजे
भागलपुर - 7:35 बजे
मुजफ्फरपुर - 7:39 बजे
पूर्णिया - 7:32 बजे
दरभंगा - 7:37 बजे
बेगूसराय - 7:38 बजे
बिहारशरीफ - 8:54 बजे
कटिहार - 7:32 बजे
मुंगेर - 7:37 बजे
छपरा - 7:43 बजे
दानापुर - 7:42 बजे
बेतिया - 7:42 बजे
सहरसा - 7:35 बजे
सासाराम - 7:48 बजे
हाजीपुर - 7:41 बजे
सीवान- 7:43 बजे
मोतिहारी - 7:40 बजे
नवादा - 7:42 बजे
बक्सर - 7:47 बजे
किशनगंज - 7:34 बजे
सीतामढ़ी - 7:38 बजे
औरंगाबाद - 7:47 बजे
राजस्थान
जयपुर - 8:17 बजे होगा।
जोधपुर में चांद निकलने का समय- 8.30 बजे
- अजमेर में चांद निकलने का समय- 8.23 बजे
- कोटा में चांद निकलने का समय- 8.21 बजे
- अलवर में चांद निकलने का समय- 8.12 बजे
- बीकानेर में चांद निकलने का समय- 8.25 बजे
- जैसलमेर में चांद निकलने का समय- 8.37 बजे
- उदयपुर में चांद निकलने का समय- 8.31 बजे
- सीकर में चांद निकलने का समय- 8.17 बजे
- करौली में चांद निकलने का समय- 8.13 बजे
- धौलपुर में चांद निकलने का समय- 8.09 बजे
- हनुमानगढ़ में चांद निकलने का समय- 8.17 बजे
- चित्तौड़गढ़ में चांद निकलने का समय- 8.25 बजे
- चुरू में चांद निकलने का समय- 08.19 बजे
- बांसवाड़ा में चांद निकलने का समय- 8.30 बजे
- नागौर में चांद निकलने का समय- 8.25 बजे
- दौसा में चांद निकलने का समय- 08.15 बजे
- टोंक में चांद निकलने का समय- 08.19 बजे
- सवाईमाधोपुर में चांद निकलने का समय- 8.17 बजे
- पाली में चांद निकलने का समय- 8.30 बजे
- राजसमंद में चांद निकलने का समय- 8.29 बजे
मध्य प्रदेश/ छत्तीसगढ़
- भोपाल में चांद निकलने का समय- 8:19 बजे
- इंदौर में चांद निकलने का समय- 8.26 बजे
सतना में चांद निकलने का समय - 8.02 बजे
छतरपुर में चांद निकलने का समय - 8.06 बजे
जबलपुर में चांद निकलने का समय - 8.09 बजे
टीकमगढ़ में चांद निकलने का समय - 8.12 बजे
छिंदवाड़ा में चांद निकलने का समय - 8.25 बजे
पचमढ़ी में चांद निकलने का समय - 8.16 बजे
होशंगाबाद में चांद निकलने का समय - 8.19 बजे
धार में चांद निकलने का समय - 8.29 बजे
खरगौन में चांद निकलने का समय - 8.31 बजे
बड़वानी में चांद निकलने का समय - 8.32 बजे
झाबुआ में चांद निकलने का समय - 8.32 बजे
अलीराजपुर में चांद निकलने का समय - 8.33 बजे
- रायपुर में चांद निकलने का समय: 8.06 बजे
रांची - 7.46 बजे
चंडीगढ़ - रात 08 बजकर 04 मिनट पर।
जालंधर - रात 08 बजकर 07 मिनट पर।
लुधियाना- 08 बजकर 07 मिनट पर
हरियाणा- 08 बजकर 10 मिनट।
कोलकाता- 07 बजकर 36 मिनट
देहरादून- 8 बजे
दिल्ली एनसीआर में हो रही है बारिश, चांद दिखने में हो सकती है देरी
इस बार चांद निकलने से पहले दिल्ली और एनसीआर में बारिश हो रही ऐसे में पिछले साल की तरह इस बार भी चांद दिखने में देरी हो सकती है। पिछले साल की तरह इस साल भी बादल होने के कारण चांद बादलों के पीछे छिप सकता है। इसलिए दिल्ली समेत नोएडा, गाजियाबाद, गुडगांव और फरीदाबाद में आज चंद्र दर्शन में देरी हो सकती है। पिछले साल भी बादल होने के कारण दिल्ली और एनसीआर में चांद काफी देर से दिख पाया था।
क्यों होते हैं चंद्र दर्शन
चंद्रमा को मन का कारक माना गया है। चंद्रमा आयु, यश और समृद्धि का भी प्रतीक है। ज्योतिषाचार्य विभोर इंदुसुत और ज्योतिषाचार्य चंद्र प्रकाश पांडेय के अनुसार, इस बार चंद्रमा अपनी उच्च राशि में है। वह रोहिणी नक्षत्र के साथ होंगे। रोहिणी को उनकी पत्नी कहा गया है। करवा चौथ पर शिव परिवार की पूजा करने का विधान है। लेकिन मुख्य रूप से गणपति की ही पूजा होती है। विघ्नहर्ता गणेश जी को चतुर्थी का अधिपति देव माना गया है। 'मम सुखसौभाग्य पुत्रपौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये करक चतुर्थी व्रतमहं करिष्ये।'
पूजन और थाली सजाने की विधि
करवा चौथ पर विधि-विधान से पूजा करने से लाभ मिलता है। व्रत रखने वाली महिलाएं लाल कपड़े पहनकर शाम को करवाचौथ व्रत की कथा सुनें। इसके बाद भगवान गणेश जी, शिव, पार्वती की पूजा करें। गणेश जी को मोदक का भोग लगाएं और फिर फूल चढ़ाएं। चंद्रमा को अर्घ्य देकर पूजा करें। व्रत खोलने के बाद पति और बड़ों का आशीर्वाद लें। चांद आने से पहले अपनी पूजा की थाली भी सजा लें। इसमें सभी आवश्यक चीजें रख लें। पूजा की थाली में छलनी, आटे का दीया, फल, ड्राईफ्रूट, मिठाई और दो पानी के लोटे होने चाहिए। एक लोटे से चंद्रमा को अर्घ्य दें और दूसरे लोटे के पानी से व्रत खोलें। पूजा की थाली में माचिस न रखें।
यूं सजाएं करवा चौथ पर पूजा की थाली-
1. एक साफ थाली लें और रुई को तेल में डुबाकर थाली के ऊपर शुभ चिह्न बनाएं।
2. अब थाली पर चुटकी से सिंदूर, हल्दी या रंगोली कलर डालकर थाली को अच्छी तरह हिलाएं। जितना रंग थाली के ऊपर टिके उसे रहने दें। बाकी बचे रंग को हटा दें।
3. आपकी थाली पर एक अच्छा सा डिजाइन आ जाएगा। अब इस डिजाइन के आसपास हीरे, मोती, नग और अन्य कई सजावटी सामग्री का इस्तेमाल किया जा सकता है।
4. मेहंदी की तरह कलर के कोन लेकर थाली पर सुंदर आकृति भी बनाई जा सकती है।
5. थाली और करवा के किनारों पर अलग-अलग रंगों की लेस चिपकाने से सुंदरता को और ज्यादा बढ़ाया जा सकता है।
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