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Chand Kab Niklega Moon Rise Time Today : आपके शहर में कब निकलेगा सकट चौथ का चांद, यहां देखें चंद्रोदय का सटीक टाइम

Moon Rise Time Chand Kab Niklega : सकट चौथ पर चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत पूर्ण माना जाता है। करवा चौथ के चांद की तरह ही व्रती महिलाओं को आज चांद के दीदार का बेसब्री से इंतजार रहता है।

Yogesh Joshi लाइव हिन्दुस्तान टीम, नई दिल्लीMon, 29 Jan 2024 09:21 PM
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Moon Rise Time Chand Kab Niklega : प्रति वर्ष माघ के महीने में सकट चौथ का पर्व मनाया जाता है। संतान की लंबी आयु की कामना हेतु इस दिन माताएं निर्जला व्रत रखती हैं। सकट चौथ का पर्व देश भर में सोमवार को मनाया जा रहा है। इस पर्व को संकष्टी चतुर्थी,वक्रतुंडी चतुर्थी,तिलकुटा चौथ आदि नाम से भी जाना जाता है। चतुर्थी तिथि का प्रारंभ प्रातः 6:10 मिनट से हो चुका है जो कि सोमवार प्रातः 8:54 मिनट तक रहेगी। चंद्रोदय रात्रि 9:10 मिनट पर होगा। साथ ही शोभन योग एवं सूर्य, शुक्र और बुध के धनु राशि में विराजमान होने से त्रिग्रही योग का निर्माण भी हो रहा है। सकट चौथ पर चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत पूर्ण माना जाता है। करवा चौथ के चांद की तरह ही व्रती महिलाओं को आज चांद के दीदार का बेसब्री से इंतजार रहता है। आइए जानते हैं आपके शहर में कितने बजे दिखेगा चांद...

नोएडा-  9  बजकर 9 मिनट पर
गाजियाबाद 9 बजकर 9 मिनट पर 
लखनऊ: 08 बजकर 55 मिनट पर
कानपुर:  08 बजकर 58 मिनट पर
प्रयागराज: 08 बजकर 52 मिनट पर
मेरठ-  8.08 बजे
वाराणसी    08.48 बजे
आगरा      09.07 बजे

दिल्ली    09.10 बजे
मुंबई     09.32 बजे
जयपुर    09.17 बजे
आगरा    09.07 बजे
लखनऊ    08.56 बजे
भोपाल     09.12 बजे
रांची   08.39 बजे
पटना    08.39 बजे
नागपुर     09.06 बजे
वाराणसी     08.48 बजे
बेंगलुरू     09..15 बजे
चंडीगढ़   09.11 बजे

जयपुर- 9:17 बजे
जोधपुर - 9:28 बजे
बीकानेर- 9:26 बजे
अजमेर  9:22 बजे
जैसलमेर - 9:37 बजे
अलवर- 9:13 बजे

सकट चौथ पूजा- विधि

  • घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
  • संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें।
  • गणपित भगवान का गंगा जल से अभिषेक करें। 
  • भगवान गणेश को पुष्प अर्पित करें। 
  • भगवान गणेश को दूर्वा घास भी अर्पित करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दूर्वा घास चढ़ाने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं।
  • भगवान गणेश को सिंदूर लगाएं।
  • भगवान गणेश का ध्यान करें।
  • गणेश जी को भोग भी लगाएं। आप गणेश जी को मोदक या लड्डूओं का भोग भी लगा सकते हैं।
  • इस व्रत में चांद की पूजा का भी महत्व होता है। 
  • शाम को चांद के दर्शन करने के बाद ही व्रत खोलें।
  • भगवान गणेश की आरती जरूर करें।

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