Chanakya Niti Quotes: आचार्य चाणक्य के अनुसार सुखी जीवन जीने के 3 मूल मंत्र
आचार्य चाणक्य के अनुसार, दूसरों के लिए अपने दिल में ज्यादा प्यार और सम्मान रखना सुखी जीवन की एक निशानी है। सुखी जीवन हर व्यक्ति की अभिलाषा है लेकिन मनुष्य कई मोह-माया से घिरा हुआ है।
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार, दूसरों के लिए अपने दिल में ज्यादा प्यार और सम्मान रखना सुखी जीवन की एक निशानी है। सुखी जीवन हर व्यक्ति की अभिलाषा है लेकिन मनुष्य कई मोह-माया से घिरा हुआ है। जो लोग इसके जाल से बाहर निकल जाते हैं उन्हें कभी दुख का मुंह नहीं ताकना पड़ता। परिस्थितियां हर समय एक जैसी नहीं हो सकती। आचार्य चाणक्य के अनुसार सुखी जीवन के लिए तीन बातें बहुत महत्वपूर्ण हैं। पहला संतोष, दूसरा स्वास्थ और तीसरा भरोसा। आइए जानते हैं इन मंत्रों के बारे में विस्तार से।
1.संतुष्टि सुख का दूसरा नाम है। जो इंसान हर परिस्थिति में संतुष्ट रहता है उसे वह कभी दुखी नहीं हो सकता है। समस्याओं का आना-जाना लगा रहता है और जो लोग समस्याओं का सामना सकारात्मक सोच के साथ करते हैं उन्हें सफलता जरूर मिलती है।
2. अच्छा स्वास्थ मानव जीवन की पूंजी है। दैनिक व्यायाम, संतुलित आहार एक स्वस्थ और सुखी जीवन का राज है। चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति स्वस्थ नहीं है वह जीवन में कभी सफलता प्राप्त नहीं कर पाता, उसकी जिंदगी संघर्षों से भरी होती है, इसी स्ट्रगल में वह सुख भोग नहीं पाता।
3. आत्मविश्वास एक ऐसा गुण है जिसकी मदद से बड़े-बड़े काम आसानी से किए जा सकते हैं। अगर खुद पर विश्वास हो तो असफलता का डर कभी नहीं सताएगा। अगर कोई व्यक्ति परेशानी खत्म होने के इंतजान में बैठा रहेगा तो उसकी जिंदगी ठहरे हुए पानी की तरह हो जाएगी जिसे सड़ने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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