चाणक्य नीति: आचार्य चाणक्य की इस नीति को अपनाने से हर व्यक्ति को मिलती है सफलता
Chanakya niti: आचार्य चाणक्य ने अपने ग्रंथ नीति शास्त्र में जीवन से जुड़े हर पहलु करियर, सुख-दुख, रोग, तरक्की, नौकरी, परिवार व सेहत आदि से जुड़ी बातों का वर्णन किया है।
chanakya niti in hindi: आचार्य चाणक्य को एक महान शिक्षाविद्, राजनीतिक, कूटनीतिज्ञ व अर्थशास्त्री माना गया है। आचार्य ने जीवन के हर पहलू से जुड़ी बातें अपने ग्रंथ नीति शास्त्र में बताई हैं। आचार्य चाणक्य की नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं। कहते हैं कि जिन लोगों ने आचार्य चाणक्य की नीतियों को अपनाया उन्हें जीवन में कम ही असफलता का सामना करना पड़ता है। जानें आज की चाणक्य नीति-
कस्य दोषः कुले नास्ति व्याधिना को न पीडितः।
व्यसनं केन न प्राप्तं कस्य सौख्यं निरन्तरम् ।।
संसार में ऐसा कौन-सा कुल अथवा वंश है, जिसमें कोई न कोई दोष अथवा अवगुण न हो। हर व्यक्ति को किसी न किसी रोग का सामना करना ही पड़ता है। ऐसा व्यक्ति कौन-सा है, जो व्यसनों में न पड़ा हो और कौन ऐसा है जो सदा ही सुखी रहता हो, क्योंकि हर के जीवन में संकट तो आते ही हैं।
आचार्य चाणक्य ने यह बात ठीक ही कही है कि कोई विरला ही वंश या कुल ऐसा हो, जिसमें किसी प्रकार का दोष न हो। इसी तरह सभी व्यक्ति कभी न कभी किसी रोग से पीड़ित होते हैं। जो मनुष्य किसी बुरी लत में पड़ जाता है अथवा जिसे बुरे काम करने की आदत पड़ जाती है, उसे भी दुख उठाने पड़ते हैं। संसार में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है, जिसे सदा सुख ही मिलता रहा हो और संकटों ने उसे कभी न घेरा हो। यानी कोई मनुष्य पूर्ण नहीं। कोई न कोई दुख सभी को लगा हुआ है।
यह आलेख धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।
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