क्या आप भी रख रहे हैं नवरात्रि के नौ दिन व्रत तो, पढ़ लें ज्योतिष शास्त्र में वर्णित व्रत नियम
नवरात्र में माता की पूजा करने से पहले हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र में व्रत से जुड़े कुछ नियमों का उल्लेख किया गया है। जिनका पालन करने से व्रत के बेहतर परिणाम प्राप्त होते हैं।
शारदीय नवरात्र का शुभारंभ सोमवार से हो चुका है। 9 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में देवी के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि यदि कोई भी भक्तों मां दुर्गा की सच्चे मन से आराधना करता है तो माता उसकी हर मनोकामना पूरी कर देती है। नवरात्र में माता की पूजा करने से पहले हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- नवरात्र में अगर आपने 9 दिनों का व्रत किया है और आपके घर में अखंड ज्योत जल रही हैं। तो ऐसे में घर को कभी -भी खाली छोड़ कर बाहर ना जाए।
- नवरात्र के समय घर को साफ सुथरा रखें। गंदे कपड़े घर में ना रखें।
- नवरात्रि के समय काले कपड़े न पहनें , चमड़े से बने जूते और बेल्ट न पहने।
- 9 दिनों तक चलने वाले नवरात्र में बाल, नाखून और दाढ़ी न कटवाएं।
- खाने में प्याज, लहसुन का इस्तेमाल न करें केवल सात्विक भोजन और फल खाएं।
- व्रती को नवरात्रि के समय बेड पर नहीं सोना चाहिए। सोते समय जमीन पर चटाई बिछाकर सोए।
- नवरात्रि के समय दुर्गा सप्तसती का पाठ करें। पाठ करते समय दूसरे की बातों पर ध्यान न दें, पूरे मन से पाठ करें।
- नवरात्रि के समय लड़ाई ,झगड़ा न करें इससे मन में नेगेटिव एनर्जी का वास होता है।
- नवरात्र में 9 दिनों तक सुबह और शाम दोनों वक्त मां दुर्गा की आरती जरूर करें।
- माता को दिन के अनुसार रोजाना भोग चढ़ाएं। भोग बनाते वक्त चूल्हे को ठीक तरह से साफ कर लें।
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