हरियाली तीज पर बांकेबिहारी के दर्शन के टाइम में बदलाव, ठाकुरजी के शयनावधि और भोगवेला में की गई कटौती
Banke Bihari बांके बिहारी महाराज हरियाली तीज पर आम दिनों के मुकाबले भक्तों को 4 घंटे अतिरिक्त दर्शन प्रदान करेंगे। ठाकुरजी का दर्शन समय बढ़ाए जाने से भक्तों ने हर्ष जताया है। वहीं कुछ भक्त लगातार दर्शन कराए जाने के चलते आराध्य को विश्राम का समय न मिलने को लेकर दुख भी जता रहे हैं।
बुधवार को मनायी जाने वाली हरियाली तीज पर वर्ष में एक बार स्वर्ण रजत हिंडोले पर विराजमान होकर भक्तों को दिव्य दर्शन देने वाले बांके बिहारी महाराज की कृपा इस बार जमकर भक्तों पर बरसेगी। इस वर्ष आराध्य ठाकुरजी अपने भक्तों को सुबह 745 बजे से लेकर रात 11 बजे तक लगातार दिव्य दर्शन प्रदान करेंगे। बांके बिहारी महाराज हरियाली तीज पर आम दिनों के मुकाबले भक्तों को 4 घंटे अतिरिक्त दर्शन प्रदान करेंगे। ठाकुरजी का दर्शन समय बढ़ाए जाने से भक्तों ने हर्ष जताया है। वहीं कुछ भक्त लगातार दर्शन कराए जाने के चलते आराध्य को विश्राम का समय न मिलने को लेकर दुख भी जता रहे हैं।
मंदिर प्रशासन द्वारा हरियाली तीज को लेकर जारी समय सारिणी के अनुसार 7 अगस्त बुधवार को सुबह 600 बजे सेवायत का निज मंदिर में प्रवेश होगा। दर्शन 745 बजे, श्रृंगार आरती 755 बजे, राजभोग सेवा 8 बजे, राजभोग आरती 1.55 बजे होने के बाद दर्शन बंद 2 बजे होगें। इसके बाद 3 बजे सेवायत का निज मंदिर से निकास होगा। तत्पश्चात सायंकालीन बेला में पुन सेवायत का मंदिर में शाम 4 बजे प्रवेश, दर्शन 5 बजे से, शयन आरती 1055 पर होगी और दर्शन बंद रात 11 बजे हो जाएंगे। 12 बजे सेवायत का मंदिर से निकास होगा।
सेवायत ने समय सारणी दोबारा जारी करने का किया अनुरोध वहीं हरियाली तीज पर ठाकुरजी के दर्शनार्थ आने वाले भक्तों हेतु जारी दर्शन समय सारिणी में आराध्य की शयनावधि में अत्यधिक कटौती किये जाने और भोगवेला का निश्चित वक्त घोषित नहीं किये जाने से सेवायतों व भक्तों को दुख हो रहा है। इस संबंध में ठाकुरजी के सेवायत इतिहासकार आचार्य प्रहलाद बल्लभ गोस्वामी ने बताया कि वर्तमान में गर्मियों की सेवाविधि अनुसार आमतौर पर आराध्य बिहारीजी दोपहर 1 बजे से संध्या को 4- 430 बजे तक विश्राम करते हैं, उसके बाद ही सांध्यकालीन सेवा शुरू होती है। दोनों ही समय ठाकुरजी की करीबन आधा-आधा घंटे की भोगावधि होती है। परन्तु मंदिर द्वारा जारी सूची में इन महत्वपूर्ण तथ्यों पर ध्यान ना दिये जाने से भक्तजन दुखी हैं। इतिहासकार के मुताबिक समयसारिणी के आधार पर बांकेबिहारी महाराज सुबह 6 बजे से रात्रि 12 बजे तक लगातार 18 घंटे खड़े रहकर भक्तों को दर्शन प्रदान करेंगे, इस बीच स़िर्फ प्रभु को दोपहर में 3 से 4 बजे तक मात्र 1 घंटे का आराम मिल सकेगा। इसी के साथ सुबह राजभोग व शाम को शयनभोग धराने हेतु भी समय निर्धारित नहीं किया गया है, इससे सेवायतों तथा सेवकों की आस्था प्रभावित हो रही है। सेवायत ने प्रशासक से सूची में संशोधन का निवेदन करते हुये ठाकुरजी के विश्राम व भोगराग के लिये पर्याप्त समय के प्रावधान सहित पूरे दिन की सुनिश्चित समय सारिणी पुन जारी किये जाने का आग्रह किया है।
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