Hindi Newsधर्म न्यूज़Solar Eclipse Will Ring of Fire be seen in India on October 2 know Surya Grahan Time in India

सूर्यग्रहण: क्या 2 अक्टूबर को भारत में दिखेगा 'रिंग ऑफ फायर' का नजारा? जानें

  • Ring of fire solar eclipse 2 October 2024: 2 अक्टूबर को लगने वाले सूर्य ग्रहण को लेकर लोग उत्साहित हैं। यह एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा, जिसमें ग्रहण के दौरान आसमान में आग का एक छल्ला नजर आएगा। जानें क्या भारत में दिखेगा यह ग्रहण-

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तानWed, 25 Sep 2024 11:40 AM
share Share

Surya Grahan 2 October 2024 Time: साल का आखिरी व दूसरा सूर्यग्रहण 2 अक्टूबर 2024 को लगेगा। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण नहीं बल्कि एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। इसे रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है। इस दौरान आसमान में एक आग का छल्ला दिखाई पड़ता है। सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या तिथि पर लगता है। ऐसे में वलयाकार सूर्य ग्रहण पितृ पक्ष के आखिरी दिन सर्वपितृ अमावस्या पर लगेगा। साल के आखिरी सूर्य ग्रहण को लेकर लोगों के मन में सवाल है कि क्या रिंग ऑफ फायर का नजारा भारत में देखने को मिलेगा या नहीं। आप भी जानिए क्या यह ग्रहण भारत में दिखेगा-

भारत में नजर नहीं आएगा सूर्य ग्रहण- 

भारतीय समयानुसार साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को रात 09 बजकर 13 मिनट पर प्रारंभ होगा और अगले दिन तड़के 03 बजकर 17 मिनट पर समाप्त होगा। भारत में सूर्य ग्रहण के समय रात रहेगी, इसलिए रिंग ऑफ फायर का नजारा देश में नहीं देखा जा सकेगा।

क्या होता है रिंग ऑफ फायर- पृथ्वी की तरह चंद्रमा भी सूर्य के चारों ओर परिक्रमा लगाता है। लेकिन चंद्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाता है। कई बार चंद्रमा परिक्रमा करते हुए सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है। जिससे कुछ समय के लिए चंद्रमा सूर्य के प्रकाश को धरती पर आने से रोक देता है, इस घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। इस दौरान पृथ्वी पर चंद्रमा की परछाई पड़ती है। वलयाकार सूर्य ग्रहण में चंद्रमा धरती से दूर होता है और सूर्य को पूरी तरह से ढक नहीं पाता है। इससे आसमान में आग का रिंग नजर आती है, जिसे रिंग ऑफ फायर नाम दिया गया है।

सूर्य ग्रहण का समय- अमेरिका के स्थानीय समय के अनुसार, ग्रहण दोपहर 11 बजकर 42 मिनट पर शुरू होगा। ग्रहण दोपहर 02 बजकर 45 मिनट पर अपने चरम पर होगा।

कहां-कहां नजर आएगा सूर्य ग्रहण- सूर्य ग्रहण को अर्जेंटीना, प्रशांत महासागर, आर्कटिक, दक्षिण अमेरिका, पेरू और फिजी जैसे क्षेत्रों में देखा जा सकेगा। यह ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा, जिसके कारण देश में सूतक काल के नियम लागू नहीं होंगे।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें