Hindi Newsधर्म न्यूज़Solar Eclipse in 2025: Surya grahan Date and time places to watch all you need to know 5 things

Eclipse 2025: 2025 के दोनों सूर्य ग्रहण खास तिथि पर, जानें समय, तारीख और इससे जुड़ी 5 बातें

साल 2025 में दो ग्रहण लग रहे हैं। पंचांग की दृष्टि से दोनों ग्रहण बहुत खास तिथि पर लग रहे हैं। ऐसे में क्या ग्रहण से जुड़ी किस चीज का दान करना चाहिए और इस ग्रहण से जुड़ी 5 बातें यहां जानें

Anuradha Pandey लाइव हिन्दुस्तानTue, 17 Dec 2024 10:42 AM
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Solar Eclipse in 2025: नए साल 2025 में दो सूर्य ग्रहण लगेगें। एक सूर्य ग्रहण 29 मार्च 2025 को लगेगा और एक सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को लगेगा। सूर्य ग्रहण खगोलीय घटना है, जिसमें चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच पूरी तरह या आंशिक रूप से आ जाता है। खगोलीय घटना सिर्फ एक दृश्य नहीं है बल्कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में सांस्कृतिक, वैज्ञानिक और खगोलीय महत्व भी रखती है। आपको बता दें कि साल 2025 में लगने वाले दोनों सूर्य ग्रहण ऐसी तिथि पर लग रहे है, जो धार्मिक दृष्टि से बहुत अधिक महत्व रखती हैं। सबसे पहले आपको बता दें कि दोनों ही ग्रहण आंशिक ग्रहण होंगे। जानें 2025 के ग्रहण से जुड़ी ये 10 खास बातें।

  1. 2025 में पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च 2025 को लगेगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। यह ग्रहण 08:50 सुबह - 12:43 दोपहर यूटीसी के समय लगेगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। भारत की जगह यह ग्रहण यूरोप, एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक महासागर में दिखाई देगा।
  2. 21 सितम्बर 2025 को लगने वाला सूर्य ग्रहण भी आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। यह ग्रहण 5:29 सुबह से 9:53 सुबह यूटीसी तक होगा। यह ग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं देगा। यह ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर में दिखाई देगा।
  3. पंचांग के अनुसार बताएं तो पहला ग्रहण चैत्र अमावस्या के दिन लग रहा है और दूसरा सूर्य ग्रहण पितृ पक्ष की सर्व पितृ अमावस्या के दिन लग रहा है। दोनों ही तिथियां बहुत खास हैं। चैत्र अमावस्या के बाद से चैत्र नवरात्र शुरू होते हैं और सर्व पितृ अमावस्या पर पितरों को विदा किया जाता है।
  4. पहले सूर्य ग्रहण के दिन शनि अमावस्या भी है और इस दिन शनि देव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर कर रहे हैं। शनि का गोचर बहुत खास होने वाला है, क्योंकि शनि स्वराशि छोड़कर गुरु की राशि में प्रवेश कर रहे हैं, जिसका प्रभाव सभी राशियों पर होगा।
  5. शनि अमावस्या, चैत्र अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण होने पर दान पुण्य का फल बढ़ जाता है। इस दिन स्नान और दान करना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन किया गया दान बहुत फल देता है। इसलिए दोनों दिन ग्रहण के साथ गरीबों का दान करना चाहिए।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।",

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