2 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण के दिन कन्या राशि में एक साथ चार ग्रह, खास है केतु व शनि की स्थिति
- Solar eclipse 2 October 2024 timing: सूर्य ग्रहण की घटना का ज्योतिषीय व वैज्ञानिक महत्व है। अक्टूबर माह में लगने वाला सूर्य ग्रहण काफी खास माना जा रहा है। इस दिन केतु व शनि की स्थिति खास रहने वाली है।
2 October 2024 Ring of Fire Surya Grahan 2024: 2 अक्टूबर 2024 को वलयाकार सूर्य ग्रहण लगेगा, जिसे रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है। यह ग्रहण पितृ पक्ष के आखिरी दिन सर्व पितृ अमावस्या पर लग रहा है। इस दिन पितर धरती लोक से विदा होते हैं। सूर्य ग्रहण के दिन शनि व केतु की स्थिति खास मानी जा रही है। सूर्य ग्रहण के दिन शनि अपनी स्वराशि कुंभ में विराजमान रहेंगे और उलटी गति यानी वक्री चाल से भ्रमण करेंगे। जबकि केतु कन्या राशि में चंद्रमा के साथ संचरण करेंगे। कन्या राशि में ग्रहण के दिन एक साथ चार ग्रह विद्यमान रहेंगे। यह सूर्य ग्रहण कन्या राशि में लगेगा। जानें 2 अक्टूबर को लगने वाले सूर्य ग्रहण का समय, ग्रहों की स्थिति व अन्य जरूरी जानकारी-
सूर्य ग्रहण के दिन ग्रहों की स्थिति- ज्योतिषाचार्य नरेंद्र उपाध्याय के अनुसार, 2 अक्टूबर 2024, सूर्य ग्रहण के दिन गुरु वृषभ राशि में रहेंगे। सूर्य, बुध, केतु और चंद्रमा कन्या राशि में विराजमान रहेंगे। शुक्र तुला राशि में रहेंगे और वक्री शनि कुंभ राशि में संचरण करेंगे। शनि कुंभ राशि के स्वामी हैं। राहु मीन राशि के गोचर में रहेंगे। ग्रहण के दिन शनि का अपनी स्वराशि कुंभ में होना व कन्या राशि में केतु के अलावा अन्य तीन ग्रहों की उपस्थिति होना इनकी स्थिति को खास बना रहा है।
भारत में सूर्य ग्रहण का समय- 2 अक्टूबर 2024 को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार रात 09 बजकर 13 मिनट पर प्रारंभ होगा और 3 अक्टूबर को सुबह 03 बजकर 17 मिनट पर समाप्त होगा। यह एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होने वाला है। ग्रहण की अवधि 06 घंटे 04 मिनट की होगी।
क्या भारत में दिखेगा सूर्य ग्रहण- यह वलयाकार सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार रात में लग रहा है, जिसके कारण यह ग्रहण देश के किसी भी हिस्से में नजर नहीं आएगा। ऐसे में भारत में सूतक काल के नियम लागू नहीं होंगे।
पितृ पक्ष के आखिरी दिन सूर्य ग्रहण का संयोग- हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है। सूर्य ग्रहण देश में नजर नहीं आने के कारण इसका प्रभाव सीधे तौर पर नहीं पड़ेगा। हालांकि पितृ पक्ष के आखिरी दिन सूर्य ग्रहण लगने के कारण इसका महत्व बढ़ रहा है।
पितृ पक्ष के पहले दिन लगा था चंद्र ग्रहण- इस साल पितृ पक्ष 18 सितंबर से प्रारंभ हुए थे। पितृ पक्ष के पहले दिन चंद्र ग्रहण लगा था। हालांकि यह ग्रहण भारतीय समयानुसार दिन में लगा था, जिसके कारण देश में नजर नहीं आया था।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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