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कार्तिक माह का एक दीया अपने लिए और एक दूसरों के लिए

  • Kartik Month 2024 :कार्तिक मास में दीया जलाने का क्या मतलब है? इसके पीछे क्या विज्ञान है? यह एक ऐसी संस्कृति है, जहां हमने ऐसा कुछ भी नहीं किया, जो वैज्ञानिक और स्वाभाविक न हो, ताकि मनुष्य अपने परम कल्याण या मुक्ति की ओर पहुंच सके।

Arti Tripathi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्ली, सद्गुरुTue, 22 Oct 2024 02:23 PM
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कार्तिक मास में दीया जलाने का क्या मतलब है? इसके पीछे क्या विज्ञान है? यह एक ऐसी संस्कृति है, जहां हमने ऐसा कुछ भी नहीं किया, जो वैज्ञानिक और स्वाभाविक न हो, ताकि मनुष्य अपने परम कल्याण या मुक्ति की ओर पहुंच सके। इस प्रक्रिया में दीया जलाना महत्त्वपूर्ण है क्योंकि हमारे दृश्य अनुभव में यह प्रकाश ही है, जो हमें देखने में सक्षम बनाता है। यह हमारे आस-पास की दुनिया की हमारी धारणा में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर प्रकाश नहीं है, तो हमारे आस-पास की किसी भी चीज का कोई अनुभव नहीं है। इस संदर्भ में प्रकाश महत्त्वपूर्ण है। लेकिन इस दिन का महत्व सिर्फ प्रकाश या दीया जलाने तक ही सीमित नहीं है। वर्ष का यह चरण, जो दक्षिणायन है, साधना पद कहलाता है। कार्तिक मास या कार्तिक महीना बहुत महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह वह समय है, जब वर्ष कैवल्य पद की ओर बढ़ना शुरू होता है। साधना के संदर्भ में दक्षिणायन शुद्धि के लिए है। उत्तरायण ज्ञान प्राप्ति के लिए है। साधना पद यानी दक्षिणायन जुताई, बीज बोने और खेती करने का समय था। अब तक आपने जो भी साधना की है, उसकी आंतरिक फसल का समय आ गया है। यह उस साधना की मलाई लेने और उसे अपने लिए उपलब्ध कराने का समय है। आपने इसके बारे में कई कहानियां सुनी होंगी।

हर कोई इस बात को जानता है कि पितामह भीष्म ने बाणों की शय्या पर कैसे प्रतीक्षा की, क्योंकि वे साधना पद में मरना नहीं चाहते थे। वे कैवल्य पद में मरना या अपना शरीर छोड़ना चाहते थे, क्योंकि यही वह समय है, जब आप जीवन के फलों का आनंद ले सकते हैं। कैवल्य पद में आंतरिक प्रकृति को बहुत आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। अभी, यह साधना से कैवल्य की ओर संक्रमण का समय है। दीपक ज्ञान, जागरूकता, चेतना और परम मुक्ति का सूचक है। यह सब उन दीपों के माध्यम से दर्शाया जाता है, जिन्हें हम जलाते हैं। यह सिर्फ एक दीया जलाने की बात नहीं है। आमतौर पर परंपरा में कहा जाता है कि जैसे-जैसे कार्तिक महीना आता है, आपको अपने द्वारा जलाए दीयों की संख्या दोगुनी कर देनी चाहिए क्योंकि एक बात यह है कि दिन छोटा हो गया है, इसलिए आपको अपने दैनिक कार्य करने के लिए थोड़ी ज्यादा रोशनी की जरूरत है। दूसरी बात यह है कि आप अपने जीवन में रोशनी को कई गुना बढ़ा रहे हैं।

हमें इस ग्रह पर हर इनसान के लिए करोड़ों दीयों की जरूरत है। आप यह सब अकेले नहीं कर सकते, लेकिन मैं कहूंगा, इस महीने में हर दिन आपको कम-से-कम इतना तो करना ही चाहिए— एक दीया अपने लिए जलाएं, एक किसी ऐसे व्यक्ति के लिए जो आपको प्रिय है और एक किसी ऐसे व्यक्ति के लिए जो आपको पसंद नहीं है।

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