Hindi Newsधर्म न्यूज़Ravi Pradosh Vrat When is the second Pradosh Vrat of September 2024 Know when to start Pradosh Vrat

Pradosh Vrat: सितंबर माह का दूसरा प्रदोष व्रत कब है? जानें कब से शुरू करना चाहिए प्रदोष व्रत

  • Ravi Pradosh Vrat September 2024: प्रदोष व्रत के दिन भगवान शंकर व माता पार्वती की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि इस व्रत के पुण्य-प्रभाव से जातक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। जानें सितंबर महीने का प्रदोष व्रत कब है और कब से प्रदोष व्रत प्रारंभ करना चाहिए-

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तानFri, 27 Sep 2024 09:01 AM
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Pradosh Vrat 2024 October: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का बहुत महत्व है। यह व्रत भगवान शिव को समर्पित है। मान्यता है कि प्रदोष व्रत के दिन प्रदोष काल में शिव पूजन करना अत्यंत शुभ फलदायी होता है। इस समय पितृ पक्ष चल रहे हैं। पितृ पक्ष में प्रदोष व्रत 29 सितंबर 2024, रविवार को है। रविवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ने के कारण रवि प्रदोष व्रत का संयोग बन रहा है। प्रदोष व्रत करने की इच्छा रखने वाले भक्तों के मन में प्रश्न रहता है कि आखिर कब से इस व्रत की शुरुआत करनी चाहिए। जानें रवि प्रदोष व्रत पूजन मुहूर्त व कब से शुरू करना चाहिए प्रदोष व्रत-

रवि प्रदोष व्रत का महत्व- मान्यता है कि प्रदोष करने से जीवन में सुख-संपन्नता व खुशहाली आती है। रोगों या बीमारियों से छुटकारा मिलता है। भगवान शंकर की कृपा से जातक की मनोकामना पूर्ण होती है।

रवि प्रदोष व्रत 29 सितंबर 2024 शिव पूजन मुहूर्त- आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी 29 सितंबर को शाम 04:47 बजे से प्रारंभ होगी जो कि 30 सितंबर को शाम 07:06 बजे समाप्त होगी। द्रिक पंचांग के अनुसार, रवि प्रदोष पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 06:08 बजे से रात 08:33 बजे तक रहेगा।

प्रदोष व्रत कब से प्रारंभ करना चाहिए- प्रदोष व्रत हर महीने के शुक्ल या कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को रखा जाता है। हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, किसी भी महीने के शुक्ल या कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी से प्रदोष व्रत प्रारंभ किया जा सकता है। लेकिन सावन महीने में प्रदोष व्रत प्रारंभ करना अत्यंत शुभ माना गया है। सावन माह भगवान शिव को समर्पित माना गया है।

प्रदोष व्रत पारण का शुभ मुहूर्त- प्रदोष व्रत का पारण 30 सितंबर 2024 को किया जाएगा। हिंदू धर्म में व्रत का पारण सूर्योदय के बाद करने का विधान है। व्रत का पारण सुबह 06 बजकर 13 मिनट के बाद किया जा सकता है।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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