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Pradosh Vrat 2024 : 29 सितंबर को रखा जाएगा रवि प्रदोष व्रत

  • Pradosh Vrat September 2024 : पितृ पक्ष में सितंबर माह का दूसरा प्रदोष व्रत आने वाला है। इस दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा-आराधना बेहद शुभ मानी जाती है। मान्यता है कि इससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

Arti Tripathi लाइव हिन्दुस्तानTue, 24 Sep 2024 02:43 PM
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Pradosh Vrat September 2024 : श्राद्ध पक्ष चल रहा है। इस दौरान शिवजी की पूजा-आराधना के लिए समर्पित प्रदोष व्रत भी रखा जाएगा। हर माह के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। इस व्रत में सायंकाल में भोलेनाथ की पूजा का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता है कि प्रदोष व्रत रखने से शिवजी अपने भक्तों की सभी मुराद पूरी करते हैं। जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद देते हैं। आइए पंडित ऋभुकांत गोस्वामी से जानते हैं प्रदोष व्रत की सही तिथि,मुहूर्त व पूजाविधि…

पितृ पक्ष में प्रदोष व्रत : अश्विन माह कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का आरंभ 29 सितंबर को शाम 04 बजकर 47 मिनट पर होगा और 30 सितंबर को शाम 07 बजकर 06 मिनट पर प्रदोष व्रत का समापन होगा। इसलिए 29 सितंबर को रवि प्रदोष व्रत रखा जाएगा।

प्रदोष व्रत की पूजाविधि :

प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठें।

स्नानादि के बाद स्वच्छ कपड़े धारण करें।

शिवजी का ध्यान करें और व्रत का संकल्प लें।

मंदिर की साफ-सफाई करें।

एक छोटी चौकी पर लाल या पीला वस्त्र बिछाएं।

इसके बाद उस पर शिव परिवार की प्रतिमा स्थापित करें।

शिवजी के समक्ष दीपक प्रज्ज्वलित करें और उनकी विधिवत पूजा करें।

इसके बाद सायंकाल की पूजा शुरू करें।

शिवलिंग पर जल,बेलपत्र,आक के फूल, धतूरा,फल समेत सभी पूजा सामग्री चढ़ाएं।

पूजा के दौरान शिव मंत्रों का जाप करें और सोम प्रदोष व्रत की कथा पढ़ें या सुनें।

अंत में सभी देवी-देवताओं के साथ शिव परिवार की आरती उतारें।

पूजा के दौरान हुई गलती के लिए क्षमा-प्रार्थना मांगे।

इसके बाद घर में मौजूद सदस्यों के बीच प्रसाद वितरित करें।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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