Narak Chaturdashi: आज हनुमान जी का पूजन कब होगा और शाम को कब जलाना है यम का दीपक
Narak Chaturdashi Deep daan Time कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को नरक चतुर्दशी के रूप में मनाने की धार्मिक मान्यता है। इसी दिन भगवान श्रीहरि ने नरकासुर का वध किया था इसलिए इस दिन को नरक चतुर्दशी कहा जाता है।
कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को नरक चतुर्दशी के रूप में मनाने की धार्मिक मान्यता है। इसी दिन भगवान श्रीहरि ने नरकासुर का वध किया था इसलिए इस दिन को नरक चतुर्दशी कहा जाता है। कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी, स्वाति नक्षत्र, मंगलवार को मेष लग्न और तुला राशि में रामभक्त महाबली हनुमान का जन्म हुआ था। बुधवार को इस तिथि पर हनुमान जयंती भी मनाई जाएगी। वहीं, शाम को 7से 7.30 बजे घर से बाहर चार बातियों वाला दीपक यमराज के निमित्त जलाना चाहिए।
ज्योतिषाचार्य पं. विकास शास्त्रत्त्ी ने बताया कि इस बार मासशिवरात्रियुक्त चतुर्दशी तिथि 30 अक्तूबर को दिन में 0104 बजे आरंभ होगी जो 31 को दिन में 0311 बजे तक रहेगी। मेष लग्न में हनुमत जयंती का उत्सव शाम 0436 बजे से 0615 के बीच मनाया जाएगा। नरक चतुर्दशी का महत्व इसलिए भी विशेष हो जाता कि अकाल मृत्यु एवं नरक, इन दोनों से बचाव हो जाता है और जीवन सुखमय व्यतीत होता है।
हनुमत पूजन विधान इस तिथि पर प्रात संकल्प लेकर पवनसुत का यथाविधि पंचोपचार या षोडशोपचार पूजन करें। इसके बाद तिल के तेल में सिन्दूर मिलाकर उनकी मूर्ति सुसज्जित करें। माल्यार्पण कर नैवेद्य में मोदक, चूरमा एवं पांच प्रकार के ऋतुफल अर्पित करें। सुंदरकांड, हनुमान चालीसा, बजरंगबाण, हनुमान बाहुक इत्यादि का पाठ करें। इस अवसर पर नगवा स्थित बड़े हनुमान मंदिर, दुर्गाकुंड स्थित बनकटी हनुमान मंदिर, मैदागिन स्थित शांतिकरण हनुमान मंदिर में आस्थावानों की विशेष भीड़ होगी।
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