Hindi Newsधर्म न्यूज़Many Rajyoga including Mahalakshmi are being formed on Karwa Chauth 2024 Know Chand Timing on karva chauth

Karwa Chauth Shubh Yog: करवा चौथ पर बन रहे महालक्ष्मी समेत कई राजयोग, पंडित जी से जानें इस संयोग का फल

  • Karwa Chauth Shubh Yog 2024: करवा चौथ पर इस साल कई शुभ राजयोग बन रहे हैं। यह योग सुहागिनों के लिए शुभ फलदायी रहने वाले हैं।

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तानSat, 19 Oct 2024 08:28 AM
share Share

Karwa Chauth 2024 Pujan: हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ व्रत रखा जाता है। इस साल करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर 2024, रविवार को रखा जाएगा। इस साल करवा चौथ पर राजयोग, शश, गजकेसरी योग, समसप्तक, बुधादित्य व महालक्ष्मी राजयोग का शुभ संयोग बन रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए उपवास करती हैं। यह व्रत सूर्योदय से पूर्व आरंभ होता है और रात को चंद्रोदय के बाद व्रत खोला जाता है। इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं। कई जगहों पर अविवाहित युवतियां भी मनचाहा जीवनसाथी की कामना के लिए करवा चौथ व्रत करती हैं।

करवा चौथ पर शुभ संयोग का फल- करवा चौथ पर कई राजयोग बनने के साथ ही उच्च का चंद्रमा रोहिणी नक्षत्र में शुभ संयोग बन रहा है। ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल के अनुसार, यह संयोग सुहागिनों के लिए बहुत शुभ व फलदायी है।

चतुर्थी तिथि कब से कब तक- कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 20 अक्टूबर, रविवार को सुबह 06 बजकर 46 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन 21 अक्टूबर को सुबह 04 बजकर 16 बजे तक रहेगी।

चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद पूर्ण होता है व्रत- सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु व उत्तम स्वास्थ्य के लिए करवा चौथ व्रत रखती हैं। महिलाएं सुबह स्नान करने के बाद सुख सौभाग्य का संकल्प करते हुए व्रत रखती हैं। महिलाएं मेहंदी, सिंदूर, मंगलसूत्र, चूड़ियां, बिंदी, बिछिया के साथ शादी का जोड़ा या लहंगा पहनकर सोलह श्रृंगार करती हैं।

शाम को भगवान शिव, माता पार्वती व भगवान गणेश की पूजन का विधान है और करवा चौथ व्रत कथा सुनती हैं। चंद्रोदय के बाद चंद्रमा का दर्शन पूजन करके अर्घ्य देकर पति के हाथों से जल ग्रहण कर व्रत पूरा करती हैं।

करवा चौथ का चांद कितने बजे निकलेगा- करवा चौथ का चांद रात 07 बजकर 54 मिनट पर निकलेगा। हालांकि अलग-अलग स्थानों पर चंद्रोदय का समय भिन्न हो सकता है।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें