Kundali Dosh: इस तरह करें आसानी से दूर करें अपनी कुंडली के दोष
कुंडली में ग्रहों के दोषों का निवारण करने के लिए ज्योतिषीय उपाय, धार्मिक अनुष्ठान, और मंत्र जप किए जाते हैं। प्रत्येक ग्रह के लिए विशिष्ट उपाय हैं, जैसे सूर्य के लिए सूर्य मंत्र का जाप और तुलसी को जल चढ़ाना।

कुंडली में ग्रहों के दोषों का निवारण करने के लिए ज्योतिषीय उपाय, धार्मिक अनुष्ठान, और मंत्र जप किए जाते हैं। प्रत्येक ग्रह के लिए विशिष्ट उपाय हैं, जैसे सूर्य के लिए सूर्य मंत्र का जाप और तुलसी को जल चढ़ाना। आपको बता दें कि हर ग्रह को कुंडली में शांत करने के लिए अलग-अलग उपाय किए जाते हैं। जिससे उस ग्रह की शांति की जाती है। सूर्य के लिए सूर्य मंत्र का जाप, मंगल के लिए हनुमान जी के लिए सुंदरकांड का पाठ करना, गुरु के लिए बृहस्पति पूजाशनि के लिए शनि चालीसा का पाठ आदि। कुंडली के ग्रहों के दोषों के निवारण के लिए क्या आसान उपाय करें।
अगर आपकी कुंडली में सूर्य दोष है, तो आपको रोज घर में आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। इससे आपकी कुंडली में सूर्य स्थिति मजबूत होती है।
अगर आपकी कुंडली में मंगल दोष है, तो आपको हर मंगलवार और शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। इससे आपकी कुंडली के मंगल दोष समाप्त होते हैं।
अगर आपकी कुंडली में बुध दोष है, तो आपको बुधवार को अच्छे से गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करना शुभ होगा। बुध दोष होने पर व्यक्ति की वाणी खराब हो जाती है, बुद्धि में कमी हो जाती है, नौकरी और बिजनेस में परेशानी और धन हानि हो सकती है।
अगर आपकी कुंडली में गुरु दोष है तो आपको विष्णु सहस्रनाम का पाठ शुभ फलदायी होगा। इसे करने से गुरु लाभ देंगे और गुरु के कारण आपको धन और संतान का लाभ होगा।
अगर आपका शुक्र पीड़ित है तो आपको कनकधारा स्तोत्र और आपकी कुंडली में शनि खराब हैं तो आपको शनि दोषों से बचने के लिए दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ शुभ होगा।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।