Hindi Newsधर्म न्यूज़Karwa Chauth 2024 Date Muhurat and Puja Timings Know about Sargi Moonrise time 20 October 2024 Chandra Dikhne ka samay

Karwa Chauth Muhurat: सरगी से लेकर चंद्र दर्शन तक, पढ़ें करवा चौथ व्रत से जुड़ी खास बातें

  • Karwa Chauth 2024 Muhurat and Puja Timings: करवा चौथ व्रत का हर सुहागिन महिला के लिए खास होता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत करती हैं। जानें करवा चौथ व्रत में निभाई जाने वाली कुछ खास रस्मों के बारे में-

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तानFri, 18 Oct 2024 11:37 AM
share Share

Karwa Chauth 2024 Date, Muhurat and Puja Timings: करवा चौथ के दिन पत्नी अपने पति की लंबी आयु व अच्छी सेहत के लिए पूरे दिन निर्जला व्रत करती है। इस साल करवा चौथ 20 अक्टूबर 2024, रविवार को है। यह हिंदू धर्म के प्रमुख व्रतों में से एक माना गया है। करवा चौथ व्रत में चंद्रमा का समय बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि चंद्रमा को देखने के बाद ही व्रत खोला जाता है। इस साल करवा चौथ के चंद्रमा को रात 7:50 बजे से रात 09:05 बजे के बीच देखा जा सकेगा। करवा चौथ ज्यादातर भारत के उत्तरी हिस्सों में मनाया जाता है। करवा चौथ व्रत सूर्योदय से चंद्रोदय तक रखा जाता है। जानें सरगी, चंद्रोदय, पूजन मुहूर्त व अन्य जरूरी बातें-

1. सरगी से करें व्रत की शुरुआत- सरगी सूर्योदय से पूर्व खाने का विधान है। करवा चौथ में कई महिलाएं सरगी खाने के बाद निर्जला व्रत प्रारंभ करती हैं। करवा चौथ का दिन महिलाओं खासतौर पर व्रती महिलाओं के लिए जल्दी शुरू होता है। सरगी सास द्वारा बहू को दी जाती है। सरगी में फल, सूखे मेवे, मेवे, मिठाई, साड़ी व श्रृंगार का सामान आदि शामिल होता है। हालांकि सरगी की रस्म हर महिला के लिए निभाना अनिवार्य नहीं होता है। कुछ महिलाएं बिना सरगी ग्रहण किए ही निर्जला व्रत चंद्रोदय तक रखती हैं।

2. महिलाएं करती हैं सोलह श्रृंगार- करवा चौथ के दिन महिलाएं अपने पतियों के स्वास्थ्य, समृद्धि और लंबी उम्र की प्रार्थना करते हुए सूर्योदय से चंद्रोदय तक उपवास करती हैं। यह व्रत पानी की एक बूंद भी ग्रहण किए बिना किया जाता है। इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करके तैयार होती हैं।

3. करवा चौथ पूजा- ज्यादातर महिलाएं करवा चौथ पूजा शाम के समय करती हैं। पूजन के लिए महिलाएं अपने सुंदर करवों के साथ बैठती हैं। इन करवों में पानी भरा जाता है और उसके ऊपर एक छोटा दीया रखा जाता है। पूजा के दौरान व्रत कथा पढ़ी या सुनी जाती है। करवा चौथ की व्रत कथा वीरावती या करवा माता या देवी सावित्री से जुड़ी है। महिलाएं पूजा और मंत्रों का जाप करते हुए करवों को एक घेरे में घुमाती हैं और अपने पति के लिए आशीर्वाद मांगती हैं। पूजा अक्सर परिवार की किसी बुजुर्ग महिला या पुजारी के मार्गदर्शन में की जाती है।

4. चंद्र दर्शन और व्रत पारण- रात को चंद्रोदय के बाद महिलाएं चंद्रदेव को अर्घ्य देती हैं और छलनी से चंद्रमा को देखने के बाद पति को देखती हैं। इसके बाद पानी पीकर व्रत खोला जाता है।

करवा चौथ पूजन मुहू्र्त- 20 अक्टूबर 2024 को करवा चौथ पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 46 मिनट से शाम 07 बजकर 02 मिनट तक रहेगा। व्रत सुबह 06 बजकर 24 मिनट से प्रारंभ होगा और रात 07 बजकर 54 मिनट तक रखा जाएगा।

करवा चौथ के दिन चांद निकलने का समय क्या है- करवा चौथ यानी 20 अक्टूबर 2024, रविवार को चंद्रमा 07 बजकर 54 मिनट पर निकलेगा। हालांकि अलग-अलग जगहों पर चंद्रोदय का समय भिन्न हो सकता है।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें