Hindi Newsधर्म न्यूज़Kalashtami december 2024 kab hai date time poojavidhi and vrat niyam

Kalashtami 2024:साल 2024 का आखिरी कालाष्टमी कब है? नोट कर लें डेट, मुहूर्त, पूजाविधि और व्रत नियम

  • Kalashtami 2024: हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाई जाती है। यह दिन बाबा कालभैरव की पूजा-आराधना के लिए समर्पित माना जाता है। मान्यता है कि इससे साधक के सभी कष्ट दूर होते हैं।

Arti Tripathi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीMon, 16 Dec 2024 03:49 PM
share Share
Follow Us on

Kalashtami 2024: सनातन धर्म में प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी व्रत रखा जाता है। इस दिन बाबा कालभैरव की पूजा की जाती है। इसलिए इस दिन का भैरवाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, 22 दिसंबर 2024 को कालाष्टमी है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कालाष्टमी के दिन कालभैरव भगवान की विधि-विधान से पूजा करने पर साधक को मनचाहे फलों की प्राप्ति होती है और जीवन के सभी दुख-कष्ट दूर होते हैं। आइए जानते हैं साल 2024 का आखिरी कालाष्टमी व्रत की डेट,शुभ मुहूर्त,पूजाविधि और व्रत नियम...

कालाष्टमी दिसंबर 2024 कब है?

दृक पंचांग के अनुसार, पौष माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 22 दिसंबर को दोपहर 02 बजकर 31 मिनट पर होगा और अगले दिन 23 दिसंबर 2024 शाम 05 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा। कालाष्टमी के दिन सायंकाल में भैरव बाबा की पूजा की जाती है। इसलिए 22 दिसंबर को कालाष्टमी मनाई जाएगी। 22 दिसंबर को त्रिपुष्कर योग,सर्वार्थ सिद्धि योग, आयुष्मान योग में कालाष्टमी का व्रत रखा जाएगा।

पूजाविधि :

कालाष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठें। स्नानादि के बाद स्वच्छ कपड़े पहनें। सूर्यदेव को जल अर्पित करें। इसके बाद भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करें। शिवलिंग पर जलाभिषेक करें। बाबा कालभैरव की पूजा करें और कालभैरव चालीसा का पाठ करें। शिवजी को फल,फूल, धूप और दीप अर्पित करें। सभी देवी-देवताओं की आरती उतारें। अंत में सुख-समृद्धि की कामना करते हुए पूजा में जाने-अनजाने में हुई गलती के लिए क्षमा-प्रार्थना मांगे।

व्रत नियम-

इस दिन मांस-मदिरा समेत तामसिक भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए।

कालाष्टमी के दिन व्रती को झूठ बोलने से बचना चाहिए।

इस दिन किसी को जाने या अनजाने में भी अपमानित करने से बचें।

इस व्रत में नुकीली चीजों को उपयोग करने की मनाही होती है।

कालाष्टमी व्रत के दौरान अपशब्दों का इस्तेमाल न करें और न ही झूठ बोलें।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें