Gemstone : कौन-सा रत्न एक साथ नहीं धारण करना चाहिए? जानें नियम
- Gemstone : रत्न शास्त्र में जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए कई विशेष रत्नों को धारण करने की सलाह दी जाती है, लेकिन कुछ रत्नों को एक साथ नहीं धारण करना चाहिए। इससे लाभ के बजाए हानि हो सकता है।

Gemstone : रत्न शास्त्र में नौकरी, व्यापार, वैवाहिक जीवन समेत जीवन के सभी पहलुओं में सफलता प्राप्त करने के लिए कुछ रत्नों को धारण करने की सलाह दी जाती है। मान्यता है कि इन रत्नों के शुभ प्रभाव से ग्रहों के अशुभ परिणामों को कम किया जा सकता है, लेकिन ज्योतिष के अनुसार, कुछ रत्नों को एक साथ नहीं धारण करना चाहिए। यह जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। आइए जानते हैं किन रत्नों को एक साथ पहनना चाहिए और कौन-सा नहीं?
हीरा को शुक्र ग्रह का रत्न माना जाता है। अगर आप हीरा धारण कर रहे हैं, तो इसके साथ माणिक्य, मोती, मूंगा और पुखराज नहीं पहनना चाहिए। इससे आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
ज्योतिष में पुखराज को गुरु ग्रह का रत्न माना जाता है, लेकिन पुखराज के साथ हीरा, पन्ना, नीलम और गोमेद नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि इस रत्न को धारण करने जीवन में कई समस्याएं आ सकती है।
राहु के रत्न गोमेद को मूंगा,माणिक्य, मोती और पुखराज के साथ नहीं पहनना चाहिए। मान्यता है कि इन रत्नों को साथ पहनने मन स्थिर नहीं रहता है।
रत्न शास्त्र में नीलम को शनि का रत्न कहा गया है। नीलम को माणिक्य,मोती,मूंगा और पुखराज के साथ नहीं पहनना चाहिए। इससे नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। नीलम रत्न को आमतौर पर अकेले ही पहनना चाहिए।
केतु का रत्न लहसुनिया है। इस रत्न को माणिक्य, मूंगा, पुखराज और मोती के साथ नहीं पहनना चाहिए। मान्यता है कि इन रत्नों के साथ लहसुनिया पहनने से कार्यों में अचड़ने आने लगती है।
बुध के रत्न को पन्ना को पुखराज, मूंगा और मोती के साथ नहीं पहनना चाहिए। इस रत्न को धारण करने से व्यक्ति को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
रत्न शास्त्र में मानसिक शांति के लिए मोती पहनने की सलाह दी जाती है,लेकिन मोती को गोमेद, पन्ना, हीरा और लहसुनिया रत्न के साथ नहीं पहनना चाहिए। इससे व्यक्ति को मानसिक दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।