Ganesh Ji Aarti : गणेश जी आरती- जय गणेश, जय गणेश देवा, माता जा की पार्वती…
- दिवाली के महापर्व का हर किसी को इंतजार रहता है। हिंदू धर्म में दिवाली का बहुत अधिक महत्व होता है। दिवाली के पावन पर्व की शुरुआत धनतेरस से हो जाती है। इस दिन भगवान गणेश की ये आरती जरूर करें। आगे पढ़ें भगवान गणेश की आरती-
दिवाली के महापर्व का हर किसी को इंतजार रहता है। हिंदू धर्म में दिवाली का बहुत अधिक महत्व होता है। दिवाली के पावन पर्व की शुरुआत धनतेरस से हो जाती है। धनतेरस से भैय्या दूज तक दिवाली की धूम रहती है। आज 31 अक्टूबर को दिवाली का पावन पर्व मनाया जा रहा है। देश के कुछ हिस्सों में दिवाली का पावन पर्व 1 नवंबर को भी मनाया जाएगा। दिवाली के पावन दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन भगवान गणेश की ये आरती जरूर करें। आगे पढ़ें भगवान गणेश की आरती-
Ganesh Aarti Lyrics भगवान गणेश की आरती -
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।
एकदंत, दयावन्त, चार भुजाधारी,
माथे सिन्दूर सोहे, मूस की सवारी।
पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा,
लड्डुअन का भोग लगे, सन्त करें सेवा।। ..
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया,
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया।
'सूर' श्याम शरण आए, सफल कीजेसेवा।।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ..
श्री गणपतीची आरती ॥
सुखकर्तादुःखहर्तावार्ताविघ्नाची।
नुरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची।
सर्वांगी सुन्दर उटि शेंदुराची।
कण्ठी झळके माळ मुक्ताफळांची॥
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ति।
दर्शनमात्रेमनकामना पुरती॥
रत्नखचित फरा तुज गौरीकुमरा।
चन्दनाची उटि कुंकुमकेशरा।
हिरेजड़ित मुकुट शोभतो बरा।
रुणझुणती नूपुरेचरणी घागरिया॥
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ति।
दर्शनमात्रेमनकामना पुरती॥
लम्बोदर पीताम्बर फणिवर बन्धना।
सरळ सोण्ड वक्रतुण्ड त्रिनयना।
दास रामाचा वाट पाहेसदना।
संकटी पावावेनिर्वाणी रक्षावेसुरवरवन्दना॥
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ति।
दर्शनमात्रेमनकामना पुरती॥
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।