Hindi Newsधर्म न्यूज़Akshaya Navami 2024 date time and poojavidhi

Akshaya Navami 2024 :अक्षय नवमी 2024 कब है? ज्योतिर्विद से जानें सही डेट और पूजाविधि

  • Akshaya Navami 2024: इस साल 10 नवंबर को 2 शुभ योग में अक्षय नवमी मनाई जाएगी। इस दिन विष्णुजी, मां लक्ष्मी और आंवले के पेड़ की पूजा महत्वपूर्ण मानी जाती है। मान्यता है इससे लक्ष्मी-नारायण प्रसन्न होते हैं।

Arti Tripathi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 8 Nov 2024 10:43 AM
share Share

Akshaya Navami 2024 date and time : हिंदू धर्म में हर साल कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी मनाई जाती है। यह दिन विष्णुजी और आंवले के पेड़ की पूजा के लिए शुभ माना जाता है। इस साल 10 नवंबर को अक्षय नवमी मनाई जाएगी। इस शुभ दिन पर आंवले के पेड़ की पूजा करना, घर में आंवले का पौधा लगाना और आंवला दान करने का भी बड़ा महत्व है। मान्यता है कि इससे साधक पर लक्ष्मी-नारायण की कृपा बनी रहती है। इस पर्व को अक्षय नवमी, धात्री नवमी और कूष्मांड नवमी के नाम से भी जाना जाता है। आइए ज्योतिर्विद से जानते हैं अक्षय नवमी की सही तिथि, शुभ योग और पूजाविधि...

आंवला नवमी की सही तिथि : आचार्य पंडित दीनानाथ शुक्ल के अनुसार, इस साल 10 नवंबर को अक्षय नवमी मनाई जाएगी। 9 नवंबर दिन शनिवार को करीब 10:46 मिनट पर कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि आरंभ होगी और अगले दिन 10 नवंबर को रात 09:02 पीएम पर समाप्त होगी। इस दिन अक्षय नवमी का माना पूरा दिन रहेगा। इस दिन ध्रुव योग और रवि योग का भी निर्माण होगा। सुबह 10:59 एएम से अगले दिन 11 नवंबर को सुबह 06:33 एएम तक रवि योग का निर्माण होगा। वहीं, पूरे दिन ध्रुव योग भी बनेगा। सुबह 10 :59 एएम तक धनिष्ठा नक्षत्र रहेगा।

अक्षय नवमी की पूजा विधि :

अक्षय नवमी के दिन सुबह जल्दी उठें।

स्नानादि के बाद स्वच्छ कपड़े धारण करें।

लक्ष्मी-नारायण और आंवले के पौधे की विधिवत पूजा करें।

इस दिन पूरी, सब्जी और खीर बनाएं।

कुमकुम,चंदन,फल,फूल,धूप,दीप और नैवेद्य को आंवले के पेड़ पर चढ़ाएं।

पूर्व की दिशा में मुख करके षोडशोपचार पूजा करें।

पेड़ के तने में 8 बार कच्चा सूत या मौली लपेंटे।

आंवले के वृक्ष की घी के दीपक से आरती उतारें।

इसके बाद 7 बार परिक्रमा करें।

अक्षय नवमी की व्रत कथा सुनें या पढ़ें।

पूजा-उपासना के बाद विष्णुजी को पूरी,सब्जी और खीर का भोग लगाएं।

फिर ब्राह्मणों को पेड़ की छाया के नीचे भोजन कराएं।

इसके परिवार के साथ आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर भोजन करें।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें