मेघालय में सरकार बनाने का दावा ठोकेगी TMC, मुकुल संगमा बोले- एकजुट हुआ विपक्ष
पूर्व मेघालय सीएम मुकुल संगमा की विपक्ष की सरकार बनाने का दावा करने वाली टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कोनराड संगमा ने 32 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंप दिया है।
भले ही नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के प्रमुख कोनराड संगमा ने भाजपा के समर्थन से मेघालय में दोबारा सत्ता का दावा पेश किया है, लेकिन तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने खेला करने की तैयारी शुरू कर दी है। TMC नेता मुकुल संगमा ने शुक्रवार को जोर देकर कहा कि अगली सरकार एनपीपी-बीजेपी गठबंधन की नहीं बल्कि दूसरे गठबंधन की होगी। मुकुल संगमा ने कहा, "हम एनपीपी और बीजेपी को छोड़कर हर राजनीतिक दल के साथ बातचीत कर रहे हैं। सभी ने राज्य के बेहतर हित के लिए साथ आने की इच्छा व्यक्त की है।” मुकुल संगमा के अनुसार, राज्य में कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दलों जैसे यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी, हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और अन्य छोटे दलों के साथ चर्चा चल रही है।
अगर एनपीपी और भाजपा को छोड़कर दो निर्दलीय समेत सभी राजनीतिक दल एक साथ आ जाएं तो वे 60 सदस्यीय सदन में जादुई आंकड़ा पार कर सकते हैं। मुकुल संगमा ने कहा, “जनादेश निर्णायक नहीं था। यह एक फ्रैक्चर था। इसलिए, हम चर्चा कर रहे हैं।” संभावित मुख्यमंत्री के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने जवाब दिया, 'फिलहाल, हमें केवल राज्य के हितों की चिंता है। पिछली सरकार के कार्यकाल में मेघालय में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है और लोग आने वाले वर्षों में इसकी पुनरावृत्ति नहीं देखना चाहते हैं। इसलिए मुख्यमंत्री और बाकी चीजें बाद में तय की जा सकती हैं।"
बता दें कि मेघालय में 59 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे बृहस्पतिवार को जारी किए गए जिनमें किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। सत्ताधारी एनपीपी ने 26 सीटें जीतीं और भाजपा को दो सीटें मिलीं। कांग्रेस और तृणमूल ने पांच-पांच सीटें जीतीं, जबकि यूडीपी को 11 सीटें मिलीं। वॉयस ऑफ द पीपल पार्टी को चार सीटें, पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट और हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को दो-दो सीटें मिलीं और दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत हासिल की। मेघालय में 60 विधानसभा सीट हैं, लेकिन सोहियोंग सीट पर एक उम्मीदवार के निधन के कारण इस सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया।
विपक्षी दलों के साथ बैठक के बाद, मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने कहा, "राज्य की जनता ने खंडित जनादेश दिया है। यह जनादेश बदलाव के लिए है... बाकी राजनीतिक दलों को यह समझना चाहिए कि इस जनादेश के साथ लोगों की व्यापक भलाई के लिए एक साथ आने और काम करने की जिम्मेदारी भी आती है। इसलिए, इस बैठक में एक साथ आने और अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ रहने की आवश्यकता पर चर्चा की गई ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्य फिर से उस तरह के कुशासन और अभूतपूर्व लूट के अधीन न हो जैसा पहले था।"
मुकुल संगमा ने गठबंधन और सरकार बनाने के लिए राज्य में विपक्षी दलों की बैठक के बाद कहा, "नंबरों का दावा कोई भी कर सकता है। हम भी कर सकते हैं। आप जाइए और देखिए कि हर कैंप में, हर जगह क्या हो रहा है। गठबंधन का नाम अभी तय नहीं है लेकिन एक साथ आने का संकल्प अंतिम है।" उन्होंने कहा, "कुछ बातों पर आगे चर्चा की जाएगी और जब हम अपना दावा पेश करेंगे तो आप समझ जाएंगे कि आगे क्या होगा। नंबर को लेकर चिंता नहीं है, हम जानते हैं कि नंबर कैसे हासिल किए जाते हैं।"
पूर्व मेघालय सीएम मुकुल संगमा की विपक्ष की सरकार बनाने का दावा करने वाली टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कोनराड संगमा ने 32 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंप दिया है। कोनराड संगमा ने ट्वीट कर लिखा, "एनपीपी, भाजपा, एचएसपीडीपी के 32 विधायकों और एनपीपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने के लिए 2 निर्दलीय विधायकों के हस्ताक्षर वाला समर्थन पत्र राज्यपाल फागू चौहान को सौंपा।" राज्य में विपक्षी दलों के गठबंधन से सरकार बनाने के बारे में बोलते हुए मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "बीजेपी और एनपीपी को छोड़कर सभी पार्टियां यहां (बैठक में) थीं। सभी पक्ष हम पर निहित जिम्मेदारियों के प्रति संवेदनशील हैं। हम जनादेश के साथ आने वाली अपनी जिम्मेदारियों से अवगत हैं।"
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