बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में भाजपा की महिला नेताओं का शानदार प्रदर्शन, 13में से नौ की जीत
बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा की महिला नेताओं का शानदार प्रदर्शन रहा। चुनाव 2020 में भाजपा ने पार्टी ने इस बार 13 महिलाओं को टिकट दिया था। इसमें नौ ने चुनावी मैदान में बाजी मारी तो चार को चुनावी...
बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा की महिला नेताओं का शानदार प्रदर्शन रहा। चुनाव 2020 में भाजपा ने पार्टी ने इस बार 13 महिलाओं को टिकट दिया था। इसमें नौ ने चुनावी मैदान में बाजी मारी तो चार को चुनावी मैदान में शिकस्त का सामना करना पड़ा। वहीं पार्टी ने 26 नए चेहरों को मौका दिया था। इसमें से आठ उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा। नए उम्मीदवारों में 18 ने जीत हासिल की।
चार को चुनावी मैदान में मिली शिकस्त
पार्टी ने इस बार 13 महिलाओं को टिकट दिया था। इसमें नौ ने चुनावी मैदान में बाजी मारी तो चार को चुनावी मैदान में शिकस्त का सामना करना पड़ा। चुनाव जीतने वाली महिलाओं में निक्की हेम्ब्रम, अरुणा देवी, श्रेयसी सिंह, रेणु देवी, भागीरथी देवी, रश्मि वर्मा, गायत्री देवी, निशा सिंह व कविता पासवान तो चुनाव हारने वालों में मुन्नी देवी, रिंकी रानी पांडेय, आशा देवी व स्वीटी सिंह शामिल हैं।
पार्टी के 26 नए चेहरों 18 ने जीत हासिल की
पार्टी ने 26 नए चेहरों 18 ने जीत हासिल की। आठ उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा। नए उम्मीदवारों में इसमें पवन कुमार यादव, श्रेयसी सिंह, उमाकांत सिंह, सुनील मणि त्रिपाठी, डॉ मिथलेश कुमार, कृष्णा कुमार मंटू, संजय कुमार सिंह, राजेश सिंह, वीरेन्द्र पासवान, कुंदन सिंह, राम सिंह, निशा सिंह, प्रमोद सिन्हा, अनिल राम, जयप्रकाश यादव, रामचंद्र साह, मुरारी मोहन झा व लखिंदर पासवान हैं। जबकि नए चेहरों में चुनाव हारने वालों में अतुल कुमार, कौशल कुमार सिंह,दीपक शर्मा, परशुराम चतुर्वेदी, रामशंकर पासवान,डॉ निखिल आनंद, रोहित पांडेय और विनोद यादव शामिल हैं।
ये भी पढ़ें: बिहार चुनाव: मोदी मैजिक और ओवैसी फैक्टर रहे असरदार, पिछड़ने के बावजूद जुझारू नेता के रूप में उभरे तेजस्वी यादव
22 दिग्गजों में 17 ने बाजी मारी, पांच हारे
पार्टी के 22 दिग्गज चुनावी मैदान में थे। इनमें 17 ने चुनाव में बाजी मारी तो पांच को शिकस्त का सामना करना पड़ा। चुनाव जीतने वालों में सरकार के मंत्रियों में रामनारायण मंडल, विजय कुमार सिन्हा, प्रेम कुमार, राणा रणधीर सिंह, नंद किशोर यादव, प्रमोद कुमार, विनोद नारायण झा और कृष्ण कुमार ऋषि शामिल हैं। जबकि विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के उपमुख्य सचेतक अरुण कुमार सिन्हा, पूर्व मंत्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह, रेणु देवी, नीतीश मिश्रा व विनय बिहारी के अलावा पद्मश्री भागीरथी देवी और अंतरराष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह के अलावा दिवंगत मंत्री विनोद सिंह की पत्नी निशा सिंह भी चुनावी मैदान में बाजी मार ली। विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष अमरेन्द्र प्रताप सिंह बढ़त बनाए हुए थे।
वहीं चुनाव हारने वालों में दो मंत्री चैनपुर से बृज किशोर बिंद तो मुजफ्फरपुर से सुरेश कुमार शर्मा शामिल हैं। जबकि पूर्व मंत्री रामाधार सिंह औरंगाबाद से चुनाव हार गए। लोकसभा चुनाव में बे-टिकट हुए दो पूर्व सांसद पहली बार विधानसभा के चुनावी मैदान में उतरे। बोधगया (सु) से हरि मांझी और सीवान से ओम प्रकाश यादव, दोनों को ही हार का सामना करना पड़ा।
ये भी पढ़ें: बिहार चुनाव 2020 में शहर में BJP तो ग्रामीण इलाकों में RJD का दबदबा, JDU का समान प्रदर्शन
पहला चरण खराब तो तीसरा चरण सबसे बेहतर
पहले चरण में पार्टी 29 सीटों पर चुनाव लड़ी। इसमें से उसके 14 विधायक थे। इस चरण में पार्टी 10 सीटों पर जीत हासिल की तो 13 पर हार हुई। छह सीटों पर देर रात तक चुनाव आयोग ने परिणाम स्पष्ट नहीं किए। इस चरण में पार्टी के विधायकों में अशोक सिंह, निरंजन राम, रिंकी रानी पांडेय, बृज किशोर बिंद,मनोज शर्मा और अनिल सिंह चुनाव हार गए। देर रात तक राजीव नंदन दांगी और अरुणा देवी के परिणाम स्पष्ट नहीं हो सके थे। दूसरे चरण में पार्टी के 22 विधायक थे। इस चरण में पार्टी को 30 सीटों पर जीत हासिल हुई तो 12 पर हार का सामना करना पड़ा। चार सीटों का परिणाम स्पष्ट नहीं हो सका। तीसरे चरण में पार्टी 35 सीटों पर चुनाव लड़ी। इस चरण में पार्टी का 19 सीटों पर कब्जा था। पार्टी ने 29 सीटों पर कब्जा किया तो चार पर हार का सामना करना पड़ा। जबकि तीन सीटों का परिणाम स्पष्ट नहीं हो सका।
ये भी पढ़ें: बिहार में हार से मुश्किल हुई ममता की TMC और कांग्रेस की राह, जानें BJP से लड़ने को अब किस रणनीति पर करना होगा काम
बे-टिकट हुए विधायकों में एक को छोड़ सभी पर जीत
पार्टी ने आठ विधायकों को बे-टिकट किया था। चनपटिया से श्रीप्रकाश राय के स्थान पर उमाकांत सिंह ने बाजी मारी तो सीवान से व्यास देव प्रसाद के बदले चुनावी मैदान में उतरे पूर्व सांसद ओम प्रकाश यादव को हार का सामना करना पड़ा। अमनौर से बे-टिकट हुए शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा के बदले कृष्ण कुमार मंटू चुनाव जीत गए। बगहा से आरएस पांडेय के बदले राम सिंह, रक्सौल से अजय कुमार सिंह के बदले प्रमोद सिन्हा और बथनाहा (सु) से दिनकर राम के बदले चुनावी मैदान में उतरे अनिल राम चुनाव जीत गए। दो सीट झाझा और सुगौली सीट भाजपा के बदले जदयू और वीआईपी के खाते में चली गई थी। इसमें झाझा पर जदयू का कब्जा हुआ तो सुगौली में वीआईपी हार गई।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।